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Atishi big allegation on Haryana government Delhi Water Crisis DJB Supreme court


Atishi reaction On Water Crisis: दिल्ली की मंत्री आतिशी ने सात जून को शुक्रवार को कहा कि शहर का जल संकट तब भी हल नहीं होगा, जब हिमाचल प्रदेश भी राष्ट्रीय राजधानी के लिए पानी छोड़ दे. ऐसा इसलिए कि हरियाणा ने दिल्ली के कोटे का पानी छोड़ने का काम कम कर दिया है. अब इस मसले पर सोमवार को सुनवाई होगी.

दिल्ली में पेयजल संकट को लेकर पिछले पांच दिनों से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी, लेनिक इसका समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है.

‘पानी को लेकर न हो राजनीति’

शुक्रवार को जल मंत्री आतिशी ने आने एक्स पोस्ट में आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार पीठ पीछे साजिश कर रही है. आतिशी का यह बयान सुप्रीम कोर्ट द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार को दिल्ली के लिए 137 क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़ने का निर्देश देने और हरियाणा से इसका प्रवाह सुगम बनाने को कहने के एक दिन बाद आई है. शीर्ष अदालत ने यह भी कहा था कि पानी को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

इस पर मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली अपनी पूरी जलापूर्ति के लिए यमुना पर निर्भर है. नदी में जो पानी आता है. वहीं, हरियाणा से छोड़ा जाता है. यमुना में आने वाला पानी वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को दिया जाता है. अगर पानी की आपूर्ति कम हो जाती है और परिणामस्वरूप इन संयंत्रों में पानी कम हो जाता है, जब हरियाणा से यमुना में कम पानी आता है.

उन्होंने कहा कि जब पानी ही नहीं आएगा तो ये संयंत्र पानी कहां से बनाएंगे? इससे आपूर्ति प्रभावित होगी और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा.

दिल्ली में पेयजल संकट को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से अदालत को कहा जा रहा है कि वह मदद करने के लिए तैयार है, लेकिन जल मंत्री का कहना है कि हरियाणा सरकार अब साजिश कर रही है कि अगर हिमाचल प्रदेश पानी दे भी देता है तो दिल्लीवासियों की समस्या हल नहीं होगी. हरियाणा लगातार वजीराबाद को भेजा जाने वाला पानी रोक रहा है.

उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को शीर्ष अदालत के समक्ष लाया जाएगा और उम्मीद है कि राजधानी को अपने हिस्से का पानी और हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त पानी बिना किसी बाधा के मिलेगा.

मूल समस्या पर ध्यान दें जल मंत्री – सचदेवा

इसके जवाब में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में पानी की समस्या कच्चे पानी की कमी के कारण नहीं है, बल्कि वजीराबाद, सोनिया विहार और ओखला जल उपचार संयंत्रों में गाद से भरे भंडारण तालाबों और पानी की चोरी और बर्बादी के कारण है. आतिशी कब तक झूठ बोलकर दिल्लीवासियों को पानी की समस्या पर गुमराह करेंगी?

दिल्ली भाजपा प्रमुख ने कहा कि दिल्ली में 53 फीसदी शुद्ध पानी चोरी या रिसाव के कारण बर्बाद हो जाता है. दिल्ली के निवासियों को अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए पर्याप्त पानी जुटाने के लिए रोजाना संघर्ष करना पड़ रहा है. वे टैंकरों पर बहुत अधिक निर्भर हैं, जिससे अक्सर पानी की उपलब्धता को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है.

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