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Assembly By-Elections 2023: पांच राज्यों की छह विधानसभा सीटों पर 5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए रविवार (3 सितंबर) की शाम प्रचार थम गया. उत्तर प्रदेश के घोसी, उत्तराखंड के बागेश्वर, त्रिपुरा के धनपुर और बोक्सानगर, पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी और केरल के पुथुपल्ली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव होने हैं. मतगणना 8 सितंबर को होगी. किस सीट पर किसके बीच मुकाबला है, आइये जानते हैं.

घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में किसके बीच मुकाबला?

उत्तर प्रदेश में घोसी उपचुनाव में पहली बार I.N.D.I.A गुट के एक दल और बीजेपी के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी और बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं. इंडिया गठबंधन के घटक दलों कांग्रेस, वाम दलों और आम आदमी पार्टी ने न केवल समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह को समर्थन दिया है, बल्कि विपक्षी एकजुटता के तहत उनके लिए प्रचार भी कर रहे हैं.

बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि दारा सिंह चौहान पहले यूपी सरकार में मंत्री रहे हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी. वह सपा के टिकट पर घोसी से चुनाव भी जीते थे. करीब 15 महीने बाद वह फिर से बीजेपी में लौट आए और अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है.

उत्तराखंड की बागेश्वर सीट पर कांग्रेस-बीजेपी के बीच फाइट

बीजेपी विधायक चंदन राम दास के इस साल अप्रैल में हुए निधन के बाद उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी. इसीलिए इस पर उपचुनाव कराया जा रहा है. यहां सीधा मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने पार्वती दास को उम्मीदवार बनाया है. पार्वती दास दिवंगत बीजेपी विधायक चंदन राम दास की पत्नी हैं.

कांग्रेस ने बसंत कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है. बसंत कुमार इस सीट पर उम्मीदवार घोषित किए जाने से कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने पिछले साल ‘आप’ उम्मीदवार के रूप में इस सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. पार्वती दास और बसंत कुमार के अलावा समाजवादी पार्टी के भगवती प्रसाद, उत्तराखंड क्रांति दल के अर्जुन देव और उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के भागवत कोहली भी उपचुनाव लड़ रहे हैं.

त्रिपुरा की दो सीटों पर किसको कौन दे रहा चुनौती?

त्रिपुरा में सिपाहीजला जिले की धनपुर और बोक्सानगर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. फरवरी में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के तफज्जल हुसैन अल्पसंख्यक बहुल बोक्सानगर विधानसभा सीट पर सीपीआई (एम) के मिजान हुसैन से मुकाबला करेंगे. वहीं, कभी कम्युनिस्टों का मजबूत गढ़ रहे धनपुर में बीजेपी की बिंदू देबनाथ और सीपीआई (एम) के कौशिक देबनाथ के बीच सीधी लड़ाई है.

बोक्सानगर विधायक समहोल हक का जुलाई में निधन होने से यह सीट खाली हो गई थी. सीपीआई (एम) की ओर से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार मिजान हुसैन समहोल हक के बेटे हैं. वहीं, धनपुर में उपचुनाव केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के चुनाव के कुछ दिनों बाद विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद जरूरी हो गया था.

पश्चिम बंगाल की धुपगुड़ी विधानसभा सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प

पश्चिम बंगाल की धुपगुड़ी विधानसभा सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प है क्योंकि I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल पार्टियां भी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. इस सीट से टीएमसी, कांग्रेस-सीपीआई(एम) गठबंधन और बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं. इस साल की शुरुआत में बीजेपी विधायक बिशु पदा रे के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया था. चाय बागानों से घिरी जलपाईगुड़ी जिले की यह सीट एक कृषि बस्ती है, जहां राजबंशी और मटुआ समुदायों की काफी आबादी है. जिन्होंने 2021 के चुनाव में बीजेपी को वोट दिया था.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी कह चुके हैं कि यह एक स्थानीय चुनाव है और इसका ‘इंडिया’ गठबंधन से कुछ भी लेना-देना नहीं है. सीपीआई (एम) ने इस सीट से ईश्वर चंद्र रॉय को मैदान में उतारा है, जो पेशे से एक शिक्षक हैं. टीएमसी ने भी इस सीट से शिक्षक निर्मल चंद्र रॉय को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने एक शहीद सीआरपीएफ जवान की पत्नी तापसी रॉय को मैदान में उतारा है. उनके पति कुछ साल पहले कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए थे.

पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर ये हैं उम्मीदवार

केरल की पुथुपल्ली विधानसभा सीट पर मुकाबला वाम दलों वाले गठबंधन एलडीएफ, कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन यूडीएफ और बीजेपी के बीच है. एलडीएफ की ओर से जैक सी थॉमस मैदान में हैं. यूडीएफ ने चांडी ओमन को उम्मीदवार बनाया है. वह पूर्व सीएम और दिवंगत नेता ओमन चांडी के बेटे हैं, जुलाई में जिनके निधन के कारण यह सीट रिक्त हुई थी. बीजेपी की ओर से जी लिजिन लाल उम्मीदवार हैं. 

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