Assam CM Himanta Biswa Sarma claims State Cancer Care Unit Model Being Adopted Across Country | Assam: सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का दावा
Assam Cancer Care Unit: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार (1 मार्च, 2024) को सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एसएमसीएच) में कैंसर देखभाल यूनिट का शुभारंभ किया. सीएम सरमा ने दावा किया कि राज्य के कैंसर देखभाल मॉडल का पूरे देश में अनुकरण किया जा रहा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने कैंसर केयर यूनिट के उद्घाटन अवसर पर कहा कि सरकार ने बराक घाटी के विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई है और प्रशासन पर क्षेत्र की उपेक्षा के लग रहे आरोपों को खारिज किया है.
सीएम सरमा ने कहा कि आज कैंसर देखभाल इकाई का उद्घाटन किया, जो राज्य सरकार और टाटा ट्रस्ट की संयुक्त पहल के तहत प्रदेश के 17 अस्पतालों के नेटवर्क का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत सरकारी अस्पतालों में कैंसर देखभाल इकाइयों की 3 कैटेगरी स्थापित की जा रही हैं, जिनमें से एसएमसीएच (SMCH) सेकेंड कैटेगरी में है. इससे अस्पताल में रोगियों की व्यापक देखभाल करने में बड़ी मदद मिलेगी.
सरकार ने डोनेशन से जुटाई 80 करोड़ की राशि
मुख्यमंत्री सरमा ने आगे कहा कि फर्स्ट कैटेगरी वाला एकमात्र फैसिलिटी सेंटर गुवाहाटी में खोला जा रहा है, जो शीर्ष कैंसर देखभाल अस्पताल होगा. उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट में राज्य सरकार की हिस्सेदारी 2,460 करोड़ रुपये होगी, जबकि टाटा ट्रस्ट 1,180 करोड़ रुपये और केंद्र सरकार 180 करोड़ रुपये प्रदान करेगी. इसके अतिरिक्त इसके लिए 80 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि को डोनेशन के जरिये जुटाया गया है.
राजस्व घाटा होने पर राज्य सरकार करेगी फाउंडेशन की मदद
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी बल दिया कि कैंसर केयर यूनिट्स के प्रबंधन के लिए ‘असम कैंसर केयर फाउंडेशन’ का गठन भी किया गया है. यह फाउंडेशन कैंसर अस्पताल यूनिट्स का संचालन करेगी. वहीं इसके संचालन की पूरी जिम्मेदारी उसके पास होगी. साल के आखिर में राजस्व घाटा होता है तो राज्य सरकार उस अंतर को पूरा करने का काम भी करेगी.
असम में पहले से मिल रहा 10 कैंसर केयर सेंटर का लाभ
असम के सीएम सरमा ने कहा कि ऐसे 10 कैंसर केयर सेंटर पहले से ही चालू हैं और 2.15 लाख से अधिक मरीजों का ट्रीटमेंट किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि सरकार इस प्रोजेक्ट को अपग्रेड करने पर भी विचार कर रही है ताकि कैंसर देखभाल के मामले में असम एक नोडल राज्य बन सके.
(भाषा इनपुट के साथ)