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america imposed reciprocal tariff on india from 2nd mea replied on trump announcement


MEA on US Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत दुनिया के कई देशों पर 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय का रिएक्शन आया है. एमईए ने शुक्रवार (21 मार्च) को कहा कि दोनों देश टैरिफ और मार्केट एक्सेस जैसे मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत कर रहे हैं. 

विदेश मंत्रालय की ओर से यह रिएक्शन डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अगले महीने भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की योजना बनाने के दो दिन बाद आई है. अमेरिका का ये कदम भारतीय निर्यात को प्रभावित कर सकता है. MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देश बातचीत कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही दोनों के बीच किसी तरह की अंडरस्टेंडिंग बन जाएगी. 

MEA ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर क्या कहा? 

जायसवाल ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि भारत दोनों देशों के लिए लाभकारी बहुक्षेत्रीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अमेरिकी प्रशासन से बात कर रहा है. हालांकि उन्होंने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया कि क्या भारत को 2 अप्रैल से लागू होने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ में छूट की उम्मीद है. 

पीएम मोदी के दौरे के दौरान भी टैरिफ पर बोले थे ट्रंप

पीएम मोदी जब फरवरी में ट्रंप के साथ बातचीत करने के लिए वाशिंगटन गए थे तो दोनों देशों ने घोषणा की थी कि वे 2025 की शरद ऋतु तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत करेंगे. इस बातचीत के बावजूद ट्रंप ने भारत के टैरिफ स्ट्रक्चर के खिलाफ आवाज उठाई है और कई बार कहा कि वो रेसिप्रोकल टैरिफ लगाएंगे.

ट्रंप ने एक बार फिर भारत पर बोला हमला

ट्रंप ने बुधवार को ब्रेइटबार्ट न्यूज को दिए इंटरव्यू में भारत को सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में एक बताते हुए हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘भारत के साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन भारत के साथ एकमात्र समस्या यह है कि वे दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं. मेरा मानना ​​है कि वे शायद उन टैरिफ को काफी हद तक कम करने जा रहे हैं, लेकिन 2 अप्रैल को हम उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे जो वे हमसे वसूलते हैं.’

क्या दुनिया में छिड़ेगा ट्रेड वॉर? 

ट्रम्प की टैरिफ धमकियों ने ग्लोबल ट्रेड वॉर की आशंकाओं को हवा दी है. कई देश इस स्थिति से निपटने के लिए जवाबी उपाय सोच रहे हैं. जब जायसवाल से इस मुद्दे पर पूछा गया कि क्या भारत अमेरिका से कुछ रियायतों की उम्मीद कर रहा है तो उन्होंने कहा, ‘हमें बातचीत के समापन तक इंतजार करना होगा.’

5 साल में 500 अरब डॉलर का होगा दोनों देशों के बीच व्यापार: सरकार

वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने शुक्रवार को संसद को बताया कि भारत सरकार अमेरिकी प्रशासन के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी और निष्पक्ष तरीके से द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को बढ़ाने के लिए काम कर रही है. सीपीएम सांसद के जवाब में जितिन प्रसाद ने बताया कि द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत के अलावा दोनों पक्ष आर्थिक संबंधों को गहरा करने और विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार संबंधों को गहरा करके 2030 तक दोतरफा व्यापार को दोगुना से अधिक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने पर सहमत हुए हैं.



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