All Facts Will Come Out Only When Ethics Committee Will Investigate Says RJD MP Manoj Jha On Mahua Moitra Bribery Case – एथिक्स कमेटी जांच करेगी तभी सारे तथ्य सामने आएंगे: महुआ मोइत्रा विवाद पर RJD सांसद मनोज झा
RJD सांसद मनोज झा ने रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में कहा कि महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों की जांच एथिक्स कमेटी करेगी तभी सभी तथ्य सामने आएंगे. वह महुआ मोइत्रा के साथ खड़े हैं. मनोज झा ने NDTV से हुई बातचीत में कहा कि बीते तीन दिन से इस विषय को देख रहा हूं. एक वकील साहब का वक्तत्व देखा. कल तक हिरानंदानी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेस लेस कहा था. आज उनकी कव्यात्मक अलंकार वाली एक चिट्टी आ जाती है. लेकिन ये स्पष्ट है कि जब आप सबसे ताकतवर आदमी पर सवाल उठाते हैं तो सवाल उठाने वाले शख्श के खिलाफ ही इतने गड्डे खोदे जाते हैं. मैं इस विषय को इस नजरिए से देखता हूं.
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बता दें कि महुआ मोइत्रा द्वारा रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के खुलासे को लेकर मनोज झा ने यह बात कही है.
महुआ मोइत्रा विवाद पर हीरानंदानी का बड़ा खुलासा
पिछले दिन व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) ने महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) द्वारा रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में बड़ा खुलासा किया था. हीरानंदानी ने खुद एक शपथपत्र में कबूल किया कि महुआ पर लगे आरोप सही हैं. उन्होंने बताया कि महुआ मोइत्रा ने ही अपने संसद अकाउंट के लॉग-इन और पासवर्ड शेयर किए थे, जिसके बाद उन्होंने महुआ के संसद अकाउंट पर सवाल अपलोड किए थे.
ऐथिक्स कमेटी काफी पावरफुल है: मनोज झा
मनोज झा ने आगे कहा, मैंने शुरुआत में कहा था कि एथिक्स कमेटी इसके सारे तथ्य देखेगी लेकिन अभी ये मामला उस नतीजे पर नहीं पहुंचा था कि उद्योगपति महोदय एक एफीडेविट दें. बल्कि उन्होंने दो दिन में दो वर्जन बदला. बाकी हमारी ऐथिक्स कमेटी है जो काफी पावरफुल है वो इन सारे मामले को देखेगी. अब ऐथिक्स कमेटी पावर फुल कमेटी है. उसमें ये सारे तथ्य पेश हैं लेकिन इस पत्र में जिस तरह से प्रधानमंत्री जी को सबसे पवित्र बताया था इससे सवाल उठते हैं.
लॉग-इन और पासवर्ड शेयरिंग को लेकर कही ये बात
उन्होंने कहा, अब इन सारे तथ्यों की जांच हो. अब वो बता रहे हैं कि उनके पास लॉगिन रिपोर्ट था. खुद मोहुआ मोइत्रा ने IT मंत्री से कहा था कि सारे सांसदों के लॉगिन कि आप जांच करवा लें. बल्कि मेरा मानना है कि एथिक्स कमेटी में सारे तथ्य रखें जाए फिर वो जांच करें.