Akhilesh Yadav Took Oath As MP React Aggressive Know why CM Yogi Adityanath Will Miss Him In UP Assembly
Akhilesh Yadav VS Yogi Adityanath: लोकसभा चुनाव 2024 में मिली अच्छी जीत से गदगद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव सोमवार (26 जून) को जब पहली बार नई संसद में पहुंचे तो उनके चेहरे पर इसकी झलक साफ देखी जा सकती थी. सपा प्रमुख अपने 37 सांसदों के साथ संसद पहुंचे तो उनका आत्मविश्वास पूरी कहानी बयां कर रहा था. अखिलेश यादव अब संसद में अपनी आवाज उठाते हुए दिखाई देंगे लेकिन उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें बहुत मिस करने वाले हैं.
दरअसल, कन्नौज लोकसभा सीट जीतने के बाद अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से अपनी इस्तीफा दे दिया है. इस सीट पर अब उपचुनाव होगा. अखिलेश यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता भी नहीं रहेंगे. इसके बजाय वो लोकसभा में विपक्ष की आवाज को मजबूत करते हुए दिखाई देंगे. ऐसे में यूपी विधानसभा के अंदर योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच जो नोकझोंक देखने को मिलती थी उसे मिस किया जाएगा.
कई मौकों पर हुई योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच नोकझोंक
विधानसभा सत्र के दौरान पिछले 7 सालों में ऐसे कई मौके आए जब यूपी सीएम और सपा प्रमुख के बीच नोकझोंक देखने को मिली. चाहे वो यादव परिवार को लेकर सीएम योगी की आलोचना हो या फिर बेरोजगारी के मुद्दे पर अखिलेश यादव का सीएम योगी पर हमला हो. मानसून सत्र के दौरान अखिलेश यादव ने जब जनसंख्या का मुद्दा उठाया था तो योगी आदित्यनाथ ने कटाक्ष करते हुए कहा था कि अच्छा लगा इस मुद्दे पर बात की जा रही है, समाजवादियों में कुछ तो प्रोग्रेस हुई.
वहीं, पिछले साल फरवरी के महीने में योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए कहा था कि उन्हें शर्म आनी चाहिए कि वो अपने पिताजी का सम्मान भी नहीं कर पाए. दरअसल प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड को लेकर सदन में चर्चा हो रही थी इसी दौरान महिलाओं के सम्मान को लेकर बहस छिड़ गई और योगी आदित्यनाथ ने कह दिया कि तुम्हें शर्म आनी चाहिए जो अपने बाप का भी सम्मान नहीं कर पाए.
अखिलेश यादव का सांसद वाला अंदाज
अखिलेश यादव आज जब संसद भवन पहुंचे तो उनके साथ उनकी पार्टी के 37 सांसद भी साथ थे. खास बात ये रही कि इस दौरान अखिलेश यादव अयोध्या वाले (फैजाबाद लोकसभा सीट) सांसद अवधेश प्रसाद को सबसे आगे रखते हुए नजर आए. साथ ही वो हाथ में सविधान की कॉपी पकड़े दिखे. अखिलेश यादव अपनी बात पुरजोर तरीके से रखते हैं. चाहे वो विधानसभा हो या लोकसभा. यूपी विधानसभा के बाद अब उनके तेवर लोकसभा में दिखाई देंगे.
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