AIMPLB protest against Waqf Amendment Bill at jantar mantar opposition parties leader reached
Waqf Amendment Bill: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की ओर से वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में जमीयत उलेमा-ए-हिंद, जमात-ए-इस्लामी जैसे मुस्लिम संगठनों के साथ-साथ कई राजनीतिक दलों के नेता भी जंतर-मंतर पहुंचे हैं.
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ जो नेता जंतर-मंतर पहुंचे हैं, उनमें टीएमसी सांसद अबू ताहीर खान, आईयूएमएल सांसद ईटी बशीर, एनसीपी शरद गुट से फौजिया खान, सीपीआईएम सांसद राजा राम सिंह, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी, बीजेडी सांसद मोहिबुल्ला खान, सपा से धर्मेंद्र यादव, जिया उर रहमान बर्क, मोहिबुल्ला नदवी, अवधेश प्रसाद और कांग्रेस से सलमान खुर्शीद, गौरव गोगोई और नासिर हुसैन शामिल हैं.
वक्फ को कमजोर करने वाला बिल: जमात-ए-इस्लामी हिंद
जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी ने वक्फ बिल पर कहा कि किरण रिजीजू से पूछना चाहिए कि इस बिल में ऐसा कौन सा प्रावधान है कि बाय यूजर खत्म करने से एडमिनिस्ट्रेशन बेहतर होगा. ये बिल वक्फ को कमजोर करने के लिए लाया जा रहा है. ये बिल मुसलमानों का नहीं बल्कि संविधान को बचाने का मसला है. किसी सूरत बिल को मंजूर नहीं होने देना चाहिए. ये धरना शुरुआत है. अगर बिल वापस नहीं होता तो मुल्क के हर कोने में विरोध प्रदर्शन होगा.
PM की ओर से मोहब्बत का दरवाजा बंद हो गया: AIMPLB सचिव
AIMPLB के सचिव तालिब रहमानी ने कहा, ‘पीएम ने कहा था कि ईद के दिन उनके घर खाना नहीं बनता था. पीएम साहब हम आज भी आपके लिए शुद्ध शाकाहारी भोजन भेजने के लिए तैयार हैं. हमारे किचन आज भी बंद नहीं हुए हैं, लेकिन हमारे लिए आप की तरफ से मोहब्बत का दरवाजा बंद हो गया है. हिंदुस्तान को बांग्लादेश की हसीना अच्छी लगती हैं, लेकिन हिंदुस्तान का हुसैन नहीं अच्छा लगता.’
मदनी बोले- ये मुल्क के दस्तूर का मामला
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि ये सिर्फ मुसलमानों का मामला नहीं है बल्कि मुल्क के दस्तूर का मामला है. भारत के दस्तूर पर बुलडोजर चलाने की कोशिश कर रहे हैं. हर लड़ाई के लिए कुर्बानी की जरूरत होती है. कुर्बानी देने के लिए हमें तैयार होना चाहिए. अब सड़क से काम नहीं चलेगा.
हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानी दी: सलमान खुर्शीद
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘हमारी कौम ने देश के लिए कुर्बानी दी है. हमारा देश एकता का नमूना था. अब तहजीबी पहचान पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है. उत्तराखंड में यूसीसी पर भी सवाल उठा है. हमको हमारे ईमान पर जीने दीजिए. सरकार ने हमारी बात को समझा नहीं. हमारी आवाम अपने मसले का फैसला करेगी, आप दखल मत दें. संविधान हमारा साथ देगा.’
जेपीसी में तानाशाही हुई- गौरव गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि हमारा देश भाईचारे पर चलेगा. जेपीसी की कमेटी में तानाशाही हुई. बार-बार हम कहते थे कि कमेटी में संविधान के साथ संसद के नियमों के साथ नाइंसाफी हो रही है. इस कानून का उद्देश्य समाज में द्वेष फैलाना है.
13 फरवरी को JPC ने संसद में पेश की थी रिपोर्ट
वक्फ संशोधन बिल को सरकार बजट सत्र के दूसरे चरण में संसद में पेश कर सकती है. बता दें कि इस बिल पर बनी जेपीसी ने अपने रिपोर्ट 13 फरवरी को संसद में पेश की थी. विपक्षी सांसदों ने जेपीसी अध्यक्ष पर भेदभाव का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि उनकी ओर से दिए गए किसी भी सुधार को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया है.
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