AIMIM Syed Asim Waqar suggest RSS Chief Mohan Bhagwat to give order to UP Yogi Govt on Mosque ASI Survey
AIMIM on Mohan Bhagwat Statement on Temple Mosque: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार (19 दिसंबर 2024) को पुणे में ‘हिंदू सेवा महोत्सव’ के उद्घाटन के दौरान कहा, “मंदिर-मस्जिद के रोज नए विवाद निकालकर कोई नेता बनना चाहता है तो ऐसा नहीं होना चाहिए, हमें दुनिया को दिखाना है कि हम एक साथ रह सकते हैं.”
मोहन भागवत के इस बयान के बाद देश में राजनीति में एक अलग माहौल देखने को मिला. मोहन भागवत के बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने समर्थन जताते हुए कहा कि मोहन भागवत के बयान पर संघ परिवार को ध्यान देना चाहिए. वहीं AIMIM पार्टी के प्रवक्ता आसिम वकार ने एक नया राग छेड़ दिया है.
मोहन भागवत के बयान का निकाला ये मतलब
एबीपी न्यूज़ के डिबेट शो ‘महादंगल’ में आसिम वकार ने मोहन भागवत के बयान ‘कोई नेता बनना चाहता है’ वाले हिस्से पर जोर देते हुए कहा, “दो वकील हैं जो हिंदू नहीं हैं लेकिन हिंदुओं का नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं. ये इशारा उसकी तरह ही है. संभल की संसाद जिया उर रहमान बर्क को भारतीय जनता की तरफ से आजम खान बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. कभी उनपर बकरी चोरी, कभी बिजली चोरी का आरोप लगाया जाता है तो भी कभी कुछ और.”
आसिम वकार ने आगे कहा, “मोहन भागवत का बयान इन दो वकीलों की तरफ इशारा है जो हर मस्जिद में मंदिर खोजने की कोशिश कर रहे हैं. इस तरह ये हर मामले में सर्वे की अपील कर रहे हैं.” आसिम वकार जिन दो वकीलों की बात कर रहे हैं उनका नाम हरिशंकर जैन और विष्णुशंकर जैन है. दोनों वकीलों के बीच पिता-पुत्र का रिश्ता भी है. ये दोनों हिंदू धर्म से जुड़े 110 मामलों में अदालत में पैरवी कर रहे हैं.
यूपी सरकार और भारत सरकार को आदेश दें मोहन भागवत: आसिम वकार
आसिम वकार ने यूपी सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “मोहन भागवत बहुत बड़े ओहदे पर बैठे हुए हैं. मैं उनसे कहना चाहूंगा आप बस बयान मत दीजिए, आप यूपी सरकार और भारत सरकार को आदेश दीजिए. आरएसएस के लीडर के हैसियत से मोहन भागवत को बीजेपी के नेताओं को हुक्म देना चाहिए.”
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