Acharya Pramod Krishnam says congress play vital role during freedom struggle but now it left mahatma gandhi path
Acharya Pramod Krishnam On Congress: कांग्रेस से छह साल के लिए निष्काषित किए गए आचार्य प्रमोद कृष्णम का नाम इन दिनों हर किसी की जुबां पर है. हाल ही में प्रमोद कृष्णम के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी. आचार्य प्रमोद कृष्णम कल्कि धाम पीठाधीश्वर हैं. हालांकि, जिस तरह से प्रमोद कृष्णम के बुलावे पर पीएम मोदी आए, उसके कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.
इस बीच आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस से निकाले जाने और पीएम मोदी के साथ बढ़ती नजदीकियों पर एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रेम करने वाला ही प्रेम की भाषा समझता है, उसी तरह पीएम मोदी ने मेरा भाव समझा, जिसने कभी प्रेम नहीं किया वह कभी प्यार की भाषा नहीं समझ सकता.
पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा, “मैंने कहा कि तुम रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के न्यौते को मत ठुकराओ, तो उन्हें बुरा लगा. मैंने कहा कि सनातन का विरोध करने वालों का विरोध करो, वह उनके साथ खड़े हो गए. मैंने कहा कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस का चेहरा बना दो तो उनको बुरा लगा. मैंने कहा कि तुम सचिन पायलट का राजस्थान का सीएम बना दो, तु्म्हारी सरकार बन जाएगी. उनको यह बात भी बुरी लगी.”
देश के लिए गांधी परिवार ने दिए बलिदान
गांधी परिवार को लेकर उन्होंने कहा कि देश की आजादी में गांधी परिवार का बहुत बड़ा रोल है. गांधी परिवार ने देश के लिए कई बलिदान दिए हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी जो पहले महात्मा गांधी के रास्ते पर चलती थी अब उसने वह रास्ता छोड़ दिया. कांग्रेस पार्टी अब राम से विमुख हो गई है. आज की कांग्रेस और महात्मा गांधी-जवाहरलाल नेहरू की कांग्रेस में काफी फर्क है.
कांग्रेस का परसेप्शन बदला
प्रमोद कृष्णम कहा कि पहले की कांग्रेस के लिए लोगों के दिल में बड़ा सम्मान था. जनता मानती थी कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलाई थी, लेकिन आज यह परसेप्शन बन गया है कि कांग्रेस पार्टी लुटेरों की जमात है और भ्रष्टाचारियों की जमात है. कांग्रेस में हिंदू विरोधियों का वर्चस्व है और यह मैं नहीं कह रहा बल्कि एम के एंटनी ने सोनिया गांधी को एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें उन्होंने यह बात कही थी.उन्होंने कहा जो पार्टी पहले राष्ट्रभक्ति का सिंबल मानी जाती थी आज वह पार्टी भारत तेरे टुकड़ें होंगे जैसे नारा लगाने वालों की पार्टी बन गई है.
कांग्रेस ने मुझे निकाला
कांग्रेस इस्तीफा दिए जाने पर प्रमोद कृष्णम ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि कांग्रेस ने उन्हें निकाल दिया. कांग्रेस को उनकी बातें अच्छी नहीं लगती थीं. उन्होंने कहा कि पार्टी को राम मंदिर का विरोध नहीं करना चाहिए, लेकिन उनको यह बुरा लगा. उन्होंने ठुकराया.
पीएम मोदी को कोई राजनीति नहीं सिखा सकता
प्रधानमंत्री के कल्कि धाम आने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पीएम मोदी का श्री कल्कि धाम और यहां इसका शिलान्यास करना देवीय कृपा है. यह कोई सुनियोजित राजनीतिक घटना नहीं है और मैं जहां तक जानता हूं, पीएम मोदी को न कोई राजनीति सिखा सकता है और न राजनीति समझा सकता है.
उन्होंने कहा, “मैंने जिसका साथ दिया, पूरी ईमानदारी के साथ किया लेकिन अगर मुझे इस देश के अंदर कोई शख्स ऐसा नजर आया जिसमें ज्ञान, कर्म और भक्ति तीनों का समावेश है तो वह सिर्फ पीएम मोदी हैं. वह देश की 140 करोड़ जनता के प्रधानमंत्री हैं और हमें इस बात का गर्व होना चाहिए कि वह हमारे पास हैं.”
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