abhishek banerjee bangladesh security center responsibility tmc politics Indian Politics
Bangladesh Issue: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद अभिषेक बनर्जी ने शनिवार (30 नवंबर) को कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना केंद्र की जिम्मेदारी है. बनर्जी ने अपने लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र डायमंड हार्बर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ बांग्लादेश मुद्दे में पश्चिम बंगाल की कोई भूमिका नहीं है. मैंने ये स्पष्ट कर दिया है कि आपको देश के संविधान का पालन करना होगा जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि राज्य की कोई भूमिका नहीं है. केंद्र सरकार पर ये जिम्मेदारी है कि वह इस मुद्दे को बांग्लादेश के साथ सबसे मजबूत तरीके से या उनकी समझ में आने वाली भाषा में उठाए.’’
भाजपा पर लगाए राजनीति करने का आरोप
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बांग्लादेश में गिरफ्तार आध्यात्मिक गुरु चिन्मय दास की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर कोलकाता में विरोध प्रदर्शन किया था. इस संबंध में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है वह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. भाजपा के लिए सब कुछ राजनीति है चाहे वह आरजी कर (अगस्त में महिला चिकित्सा के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या) हो या बांग्लादेश.’’
उन्होंने आगे सवाल किया, ‘‘चूंकि उनकी सरकार है तो भाजपा नेता दिल्ली में जाकर विरोध प्रदर्शन क्यों नहीं करते?’’
तृणमूल कांग्रेस केंद्र का समर्थन करेगी
तृणमूल कांग्रेस सांसद ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेश मुद्दे पर स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर सकती. उन्होंने कहा ‘‘हम यह भी चाहते हैं कि बांग्लादेश में व्याप्त अराजकता समाप्त हो. तृणमूल कांग्रेस केंद्र के निर्णय का समर्थन करेगी.’’ सीमा पार बांग्लादेशी प्रवासियों की घुसपैठ के मुद्दे पर बनर्जी ने कहा ‘‘यह बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल)का काम है राज्य पुलिस का नहीं. अमित शाह ही इस मंत्रालय को देखते हैं.’’
तृणमूल सांसद ने पार्टी के अंदर हाल ही में हुए संगठनात्मक फेरबदल के बारे में कहा ‘‘मैंने सितंबर में अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी. मैंने अपना काम कर दिया है. अब यह पार्टी पर निर्भर है कि वह जो भी उचित समझे आवश्यक बदलाव करे’’.
ये भी पढ़ें: राजस्थान में 3 दिग्गज नेताओं को बड़ा नुकसान, 2 पर मुश्किल से मिली जीत, क्या रहेगी आगे की राह?