Fashion

Wild Elephants Came Out Of Forest And Reached Human Settlement In Haridwar ANN


Haridwar News: उत्तराखंड के हरिद्वार में इन दिनों हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा है. हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में शाम होते ही हाथी जंगलों से निकलकर इंसानी बस्ती का रुख करने लगते हैं. जिसके कारण खुद को बचाने के लिए इंसान अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं. फिलहाल उत्तराखंड में इस तरह से हाथी का हमला कोई नहीं बात नहीं है. उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हाथी से लेकर बाघ और तेंदुए के हमले आम बात मानी जाती है.

फिलहाल उत्तराखंड में पिछले दिनों हाथियों को लेकर एक बात सामने आई थी कि उत्तराखंड में तेजी से हाथियों की संख्या बढ़ रही है, जिसमें उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में दोनों ही जगह हाथियों की संख्या तेजी से बढ़ी है. उत्तराखंड में हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में कुछ तस्वीरें सामने आई है, जहां पर हाथी जंगलों से निकलकर इंसानी बस्ती तक पहुंच रहे हैं और इंसान डर के मारे अपने घरों में कैद होने को मजबूर हो रहा है. अमूमन देखा गया है कि हरिद्वार क्षेत्र में हाथी जंगल से निकलकर इंसानी बस्तियों का रुख करने लगते हैं और उन्हें भगाने के लिए वन विभाग की टीम को बुलाना पड़ता है.

इंसानी बस्ती में नजर आए दो हाथी

बता दें कि कुछ साल पहले भी दो हाथियों ने क्षेत्र में आतंक मचाया हुआ था, जिन्हें भगाने के लिए वन विभाग को कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी. अब ऐसा ही नजारा फिर से एक बार कनखल में देखने को मिला है. जहां पर देर रात दो हाथी इंसानी बस्ती में दिखाई दिए हैं. इनकी तस्वीरें घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं. यहां के लोग शाम 5 बजे के बाद अपने घर के दरवाजे बंद कर लेते हैं ताकि हाथी आने पर उनको नुकसान ना पहुंचा सके.

खाने की तलाश में पहुंचे हाथी 

जंगल से निकलकर हाथी यहां आए दिन इंसानी बस्ती में खाने की तलाश में पहुंच जाते हैं. फिलहाल हाथियों के इस तरह से इंसानी बस्ती में घुसने के कारण किसी बड़े हादसे को टालने के लिए वन विभाग को इस बारे में ध्यान पूर्वक सोचने की जरूरत है. फिलहाल मामले की जानकारी वन विभाग तक पहुंच गई है. वहीं वन विभाग की ओर से जल्द से जल्द हाथियों को जंगलों के अंदर खदेड़ने की तैयारी की जाएगी.

यह भी पढ़ेंः
Uttarakhand News: HNB गढ़वाल यूनिवर्सिटी में एडमिशन को लेकर मचा बवाल, इस मांग को लेकर ABVP का प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *