Lok Sabha Elections 2024 Babulal Marandi Made Strategy To Surround Soren Government Through Sankalp Yatra
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव अभी सात महीने दूर है, लेकिन पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद झारखंड विधानसभा की डुमरी सीट पर उपचुनाव की तारीख की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा होते ही झारखंड का सियासी तापमान चढ़ने लगा है. नेता अभी से ही एक-दूसरे पर वार-पलटवार करने लगे हैं. डुमरी उपचुनाव के लिए जहां प्रत्याशी 17 अगस्त को नामांकन करेंगे. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने पूरे प्रदेश में 17 अगस्त से संकल्प यात्रा निकालने की घोषणा कर दी है.
बीजेपी-झामुमो आमने सामने
इस संकल्प यात्रा के माध्यम से बीजेपी हर विधानसभा क्षेत्र में हेमंत सरकार की विफलताओं को उजागर करेगी. वहीं झामुमो ने बीजेपी की संकल्प यात्रा के बहाने बाबूलाल मरांडी को आड़े हाथों लिया है. साथ ही स्थानीय नीति नहीं बनने के लिए आजसू पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है. झामुमो के इन आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि, हेमंत सरकार की खामियों और सच्चाई को गांव-गांव में उजागर किया जाएगा. बीजेपी का कहना है कि डुमरी उपचुनाव में एनडीए की एकजुटता को लेकर झामुमो की घबराहट बढ़ गई है. इसलिए इसके प्रवक्ता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं.
‘संकल्प यात्रा से जनता में बढ़ेगी नाराजगी’
झामुमो नेता सुप्रियो भटाचार्य ने तिरंगा यात्रा पर कहा कि देश में सबके दिल में तिरंगा के प्रति सम्मान है, लेकिन जिस बीजेपी ने आजादी के बाद 57 वर्षों तक अपने कार्यालय में तिरंगा नहीं फहराया वह आज हर घर तिरंगा की बात कर रही है. इधर झारखंड बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ अरुण उरांव ने कहा कि सुप्रियो भट्टाचार्य का यह बयान बिल्कुल सही है कि बीजेपी की संकल्प यात्रा से जनता में नाराजगी और बढ़ेगी. निश्चित तौर पर बढ़ेगी और हेमंत सरकार के खिलाफ बढ़ेगी, क्योंकि यात्रा में सच्चाई और सामने आएगी. उन्होंने कहा झामुमो प्रवक्ता को न स्वतंत्रता संग्राम की जानकारी है और न देश के इतिहास की. आरएसएस तो उनकी बुद्धि से बाहर का संगठन है इसलिए अच्छा होता झामुमो प्रवक्ता तथ्यों का अध्ययन करके बोलते.
आजसू सुप्रीमों पर झामुमो ने किया हमला
वहीं सुप्रियो ने तंज कसा कि बाबूलाल ने झारखंड को भाजपामुक्त करने का संकल्प लिया है. साथ ही सुप्रियो ने ईडी की ओर से मुख्यमंत्री को किए गए समन को साजिश बताया. उन्होंने कहा कि आंदोलन की उपज झामुमो डरने वाला नहीं है. हमारी लड़ाई जारी रहेगी. सुप्रियो ने कहा कि बाबूलाल मरांडी को यह गलतफहमी हो गई है कि डुमरी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी और आजसू पार्टी को एकतरफा वोट मिलेंगे और एनडीए जीत जाएगा. उन्हें याद रखना चाहिए कि उनका झाविमो का प्रत्याशी पिछले चुनाव में 11वें स्थान पर था. उन्होंने आजसू प्रमुख सुदेश महतो पर तंज कसते हुए कहा कि, वह खतियान और ओबीसी आरक्षण की बात किस मुंह से करते हैं. उन्होंने बीजेपी की सरकारों में मंत्री पद पर रहते हुए खतियान को स्थानीयता का आधार बनाने के लिए क्या किया? उनके मंत्री पद पर रहते हुए ओबीसी आरक्षण प्रतिशत घटाया गया.