UP: लापरवाही का अजब नमूना, जहां पानी था वहां नहीं बनाया इंटेक वेल, फिर कहां ख़र्च हो गए 35 करोड़

नेहरू नगर ललितपुर का वह इलाका है, जहां दशकों से यहां के निवासी पानी की किल्लत से जूझते रहे हैं.
ललितपुर:
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में अधिकारियों ने अपनी लापरवाही का अजब नमूना पेश किया है. अधिकारियों की लापरवाही से हजारों लोगों की आस और वर्षों पुराना सपना चकनाचूर हो गया है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इंटेक वेल का निर्माण गलत स्थान पर कराया गया है. जिससे लोगों में पानी के लिए त्राहिमाम मच गया है. दरअसल उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में 30 हजार से अधिक आबादी की दशकों की मांग को देखते हुए सरकार ने वर्ष 2022-23 में अमृत योजना के तहत गोविंद सागर बांध में इंटेक वेल का निर्माण कराया था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस इंटेक वेल को बांध के सूखे स्थान पर बना दिया गया.
सालों से पानी की किल्लत
- ये मामला ललितपुर के 30 हजार से ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र नेहरू नगर का है.
- नेहरू नगर ललितपुर का वह इलाका है, जहां दशकों से यहां के निवासी पानी की भयंकर किल्लत से जूझते रहे हैं.
- वर्षों से कभी टैंकर के सहारे तो कभी किलोमीटरों चलकर पानी की जुगाड़ कर रहे हैं.
- इस समस्या के समाधान के लिए यहां के लोग कलेक्ट्रेट परिसर से लेकर तमाम नेताओं के सामने प्रदर्शन कर अपने क्षेत्र में पानी की किल्लत मिटाए जाने की मांग करते रहे हैं.
नेहरू नगर में पानी की किल्लत खत्म करने के लिए 34.72 करोड़ की लागत से नेहरू नगर में पानी की सप्लाई के लिए बड़ी पानी की टंकी बनाई और टंकी तक पानी पहुंचाने के लिए गोविंद सागर बांध में इंटेक बेल का निर्माण कराया. लेकिन जल निगम के अधिकारियों ने इस योजना में बड़ी लापरवाही करते हुए इंटेक बेल का निर्माण गहरे पानी के बजाय ऐसे स्थान पर कर दिया, जहां अप्रैल महीने में पानी सूख गया है.
अप्रैल महीने में ही इंटेक बेल को पानी नहीं मिल पा रहा है, तो मई और जून में तो यह स्थिति और ज्यादा भयंकर हो जाएगी. इसके लिए जिम्मेदार लोग अब अपनी लापरवाही छिपाने में लगे हैं. ये लोग इंटेक बेल के पास की मिट्टी हटा कर बांध से पानी लेने की बात कर रहे है.
एक्शन में आया प्रशासन
इस मामले पर ललितपुर जिलाधिकारी का कहना है कि संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मंगाई जाएगी. पानी की आपूर्ति के लिए जल निगम के अधिकारी इंटेक वेल से पानी लाए जाने का प्रयास कर रहे हैं. प्रयास सफल होता है तो ठीक है नहीं तो फिर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
Report – बृजेश पंथ