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Delhi Chief Minister Rekha Gupta flagging off 1,111 water tankers equipped with GPS and sensors ann


इस योजना के तहत दिल्ली सरकार ने 1,111 पानी के टैंकरों को GPS सिस्टम से लैस करके सड़कों पर उतारा है. इन टैंकरों को बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान CM के साथ जल मंत्री प्रवेश वर्मा , मंत्री सिरसा, मंत्री रविन्द्र इंद्राज, मंत्री कपिल मिश्रा समेत सांसद बांसुरी स्वराज, सांसद मनोज तिवारी , सांसद योगेन्द्र चंदोलिया और तमाम आला अधिकारी मंच पर मौजूद रहे. उख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ टैंकर भेजना नहीं है, बल्कि हर घर तक नल से जल पहुंचाना है.

इस योजना के तहत दिल्ली सरकार ने 1,111 पानी के टैंकरों को GPS सिस्टम से लैस करके सड़कों पर उतारा है. इन टैंकरों को बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान CM के साथ जल मंत्री प्रवेश वर्मा , मंत्री सिरसा, मंत्री रविन्द्र इंद्राज, मंत्री कपिल मिश्रा समेत सांसद बांसुरी स्वराज, सांसद मनोज तिवारी , सांसद योगेन्द्र चंदोलिया और तमाम आला अधिकारी मंच पर मौजूद रहे. उख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि सरकार का लक्ष्य सिर्फ टैंकर भेजना नहीं है, बल्कि हर घर तक नल से जल पहुंचाना है.

इन टैंकरों में लगे GPS सिस्टम की मदद से अब हर टैंकर की लोकेशन, उसकी स्पीड और पानी कहां पहुंचाया गया, इसकी पूरी जानकारी रियल टाइम में मिल सकेगी. सरकार ने एक कंट्रोल सेंटर भी बनाया है जहां से इन टैंकरों की निगरानी की जाएगी. यह सुनिश्चित करेगा कि कोई टैंकर रास्ते में न रुक जाए और पानी समय पर सही जगह पहुंचे.

इन टैंकरों में लगे GPS सिस्टम की मदद से अब हर टैंकर की लोकेशन, उसकी स्पीड और पानी कहां पहुंचाया गया, इसकी पूरी जानकारी रियल टाइम में मिल सकेगी. सरकार ने एक कंट्रोल सेंटर भी बनाया है जहां से इन टैंकरों की निगरानी की जाएगी. यह सुनिश्चित करेगा कि कोई टैंकर रास्ते में न रुक जाए और पानी समय पर सही जगह पहुंचे.

इस पूरी व्यवस्था को जनता के लिए भी पारदर्शी बनाया गया है. अब कोई भी आम नागरिक ‘जल बोर्ड ऐप’ डाउनलोड करके यह देख सकता है कि टैंकर कहां है, कितनी बार पानी की सप्लाई कर रहा है और किस इलाके में गया है. इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी बल्कि लोगों को भरोसा भी होगा कि उनके इलाके में टैंकर समय पर पहुंचेगा.

इस पूरी व्यवस्था को जनता के लिए भी पारदर्शी बनाया गया है. अब कोई भी आम नागरिक ‘जल बोर्ड ऐप’ डाउनलोड करके यह देख सकता है कि टैंकर कहां है, कितनी बार पानी की सप्लाई कर रहा है और किस इलाके में गया है. इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी बल्कि लोगों को भरोसा भी होगा कि उनके इलाके में टैंकर समय पर पहुंचेगा.

सरकार ने साफ किया है कि ये टैंकर केवल अस्थायी समाधान हैं. असली लक्ष्य यह है कि हर घर में नल से पानी पहुंचे. जब तक यह व्यवस्था पूरी तरह लागू नहीं हो जाती, तब तक इन टैंकरों के जरिए लोगों को राहत दी जाएगी. साथ ही इन टैंकरों से शुद्ध पानी ही पहुंचे, इसका भी खास ध्यान रखा गया है.

सरकार ने साफ किया है कि ये टैंकर केवल अस्थायी समाधान हैं. असली लक्ष्य यह है कि हर घर में नल से पानी पहुंचे. जब तक यह व्यवस्था पूरी तरह लागू नहीं हो जाती, तब तक इन टैंकरों के जरिए लोगों को राहत दी जाएगी. साथ ही इन टैंकरों से शुद्ध पानी ही पहुंचे, इसका भी खास ध्यान रखा गया है.

इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 150 करोड़ रुपये का बजट तय किया है. कुल 9000 करोड़ के बजट में से इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दी गई है. टैंकरों में फ्लो मीटर लगाए गए हैं ताकि यह पता चले कि कितना पानी निकला और कितना पहुंचा. पानी की गुणवत्ता भी जांची जाएगी ताकि लोग सुरक्षित पानी का उपयोग कर सकें.पहले की सरकारों पर आरोप लगते थे कि पानी के टैंकर सिर्फ चुनिंदा इलाकों में भेजे जाते थे. लेकिन अब यह व्यवस्था पूरी तरह निष्पक्ष होगी. बिना किसी भेदभाव के सभी इलाकों में टैंकर भेजे जाएंगे, चाहे वह किसी भी वर्ग या क्षेत्र के हों.

इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 150 करोड़ रुपये का बजट तय किया है. कुल 9000 करोड़ के बजट में से इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दी गई है. टैंकरों में फ्लो मीटर लगाए गए हैं ताकि यह पता चले कि कितना पानी निकला और कितना पहुंचा. पानी की गुणवत्ता भी जांची जाएगी ताकि लोग सुरक्षित पानी का उपयोग कर सकें.पहले की सरकारों पर आरोप लगते थे कि पानी के टैंकर सिर्फ चुनिंदा इलाकों में भेजे जाते थे. लेकिन अब यह व्यवस्था पूरी तरह निष्पक्ष होगी. बिना किसी भेदभाव के सभी इलाकों में टैंकर भेजे जाएंगे, चाहे वह किसी भी वर्ग या क्षेत्र के हों.

ये टैंकर केवल घरेलू उपयोग के लिए नहीं, बल्कि शादी, धार्मिक आयोजन, जागरण आदि जैसे कार्यक्रमों के लिए भी उपयोग में लाए जाएंगे. कोई भी व्यक्ति जल बोर्ड ऐप के माध्यम से टैंकर की मांग कर सकेगा.

ये टैंकर केवल घरेलू उपयोग के लिए नहीं, बल्कि शादी, धार्मिक आयोजन, जागरण आदि जैसे कार्यक्रमों के लिए भी उपयोग में लाए जाएंगे. कोई भी व्यक्ति जल बोर्ड ऐप के माध्यम से टैंकर की मांग कर सकेगा.

दिल्ली सरकार की यह पहल न केवल पानी की समस्या का तत्काल समाधान प्रदान करती है, बल्कि भविष्य में एक स्थायी व्यवस्था की ओर भी संकेत देती है. तकनीक और पारदर्शिता के मेल से यह योजना दिल्लीवासियों को राहत पहुंचाएगी और सरकार की जवाबदेही भी तय करेगी. यह योजना सही तरीके से लागू होती रही, तो जल्द ही दिल्ली में हर घर को नल से जल मिलने का सपना पूरा हो सकता है.

दिल्ली सरकार की यह पहल न केवल पानी की समस्या का तत्काल समाधान प्रदान करती है, बल्कि भविष्य में एक स्थायी व्यवस्था की ओर भी संकेत देती है. तकनीक और पारदर्शिता के मेल से यह योजना दिल्लीवासियों को राहत पहुंचाएगी और सरकार की जवाबदेही भी तय करेगी. यह योजना सही तरीके से लागू होती रही, तो जल्द ही दिल्ली में हर घर को नल से जल मिलने का सपना पूरा हो सकता है.

Published at : 20 Apr 2025 09:55 PM (IST)

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