FIR lodged against Bilaspur Apollo Hospital and fake doctor Narendra John Camm in Chhattisgarh ANN
Bilaspur News: संयुक्त मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष पं राजेंद्र शुक्ल की मौत मामले में बिलासपुर के अपोलो अस्पताल पर FIR दर्ज हुई है. राजेंद्र शुक्ल के बेटे का आरोप है कि मध्य प्रदेश के फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम के इलाज के चलते उनके पिता की जान गई थी. इस मामले में फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम पर भी fir दर्ज की गई है.
आरोप लगाया गया है कि डॉक्टर के इलाज से मध्य प्रदेश के दमोह में सात हार्ट पेशेंट्स की मौत हो गई थी. जिसके बाद डॉ नरेंद्र जॉन की दमोह से पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. अब बिलासपुर के अपोलो अस्पताल पर भी केस दर्ज किया गया है.
ढाई महीने में 15 ऑपरेशन, 7 की हुई मौत
दरअसल मध्य प्रदेश के दमोह के मिशन अस्पताल में लंदन के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एन जॉन केम के नाम पर फर्जी डॉक्टर ने महज़ ढाई महीने में ही 15 हार्ट पेशेंट के ऑपरेशन कर डाले. जिनमें से 7 मरीजों की मौत हो गई.
फर्जी डॉक्टर का खुलासा तब हुआ जब एक मरीज के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर उसकी शिकायत की मामला राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग तक पहुंच गया. इसके बाद 4 अप्रैल को मामला सुर्खियों में तब आया जब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानून ने फर्जी डॉक्टर के संबंध में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया.
जांच में निकला फर्जी डॉक्टर का छत्तीसगढ़ कनेक्शन
मरीजों की मौत के मामले में जांच हुई तो फर्जी डॉक्टर नरेंद्र विक्रमादित्य उर्फ जॉन केम का छत्तीसगढ़ कनेक्शन भी सामने आया. जांच में पता चला कि फर्जी डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भी मरीज का इलाज कर चुका है. इस दौरान छत्तीसगढ़ में भी कई मरीजों की मौत फर्जी डॉक्टर के इलाज से हो चुकी है. जिसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल भी शामिल थे.
राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के परिजनों ने उसे वक्त भी इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए थे. शुक्ला के बेटे प्रदीप शुक्ला ने बताया कि साल 2006 में डॉक्टर नरेंद्र जॉन के बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में पदस्थ था. उसे वक्त भी इलाज में लापरवाही के कई मामले सामने आए थे. जिसकी शिकायत भी की गई थी. डॉक्टर नरेंद्र की नियुक्ति कैसे कर दी गई, इस पर भी सवाल खड़े हुए थे.
जांच में सामने आया कि अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी डिग्री के आधार पर डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम की नियुक्ति की और उसे लंदन रिटर्न बता कर कई मरीजों का इलाज करवाया . जिसमें इलाज में लापरवाही की चलते कई मरीजों की मौत हो गई. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद शुक्ल के बेटे डॉ प्रदीप शुक्ला की शिकायत के बाद IPC की धारा 420,465,466,468,471,304 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है. FIR में अपोलो अस्पताल प्रबंधन को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस अपोलो अस्पताल प्रबंधन की भूमिका की भी जांच कर रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी कर मांगी थी जानकारी
फर्जी डॉक्टर का बिलासपुर कनेक्शन सामने आने के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष के बेटे ने जो आरोप लगाए थे, उसके आधार पर पहले ही बिलासपुर सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी ने अपोलो अस्पताल को नोटिस जारी कर दिया था. नोटिस में अस्पताल से फर्जी डॉक्टर की नियुक्ति के समय डिग्रियों के सत्यापन समेत अन्य जानकारी मांगी गई है. नोटिस में यह भी जानकारी मांगी गई कि मरीजों की मौत के बाद जिम्मेदार फर्जी डॉक्टर पर अस्पताल प्रबंधन ने आखिर क्या कार्रवाई की. इस मामले में FIR के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की जांच भी लगातार जारी है.
(विनीत पाठक की रिपोर्ट)
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