Curfew like situation in Manipur after tension gatherings banned strict action will be taken against sharp objects
Manipur Violence: मणिपुर के थौबल जिले के लिलोंग इलाके में हाल की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं. अब वहां चार से ज्यादा लोगों के एक साथ इकट्ठा होने और हथियार, तलवार, डंडे, पत्थर या किसी भी प्रकार के घातक या तेज धार वाले चीजों को ले जाने पर रोक लगा दी गई है. यह फैसला रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अल्पसंख्यक मोर्चा के राज्य अध्यक्ष असकर अली के घर पर हुए हमले के बाद लिया गया है. अधिकारियों का कहना है दिया, तोड़फोड़ की और फिर आग लगा दी.
जारी रहेंगी ज़रूरी सेवाएं
एचटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले की वजह अस्कर अली का वक्फ कानून में बदलाव का समर्थन बताया जा रहा है, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर जाहिर किया था. थौबल के जिलाधिकारी ए. सुभाष सिंह ने पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह आदेश जारी किया. उन्होंने कहा कि लिलोंग और आसपास के इलाकों में स्थिति बहुत संवेदनशील है और शांति भंग होने का खतरा है. इसलिए उन्होंने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163(2) के तहत ये प्रतिबंध लगाए हैं. हालांकि, कानून व्यवस्था और ज़रूरी सेवाओं से जुड़ी सरकारी एजेंसियों को इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है.
अस्कर अली की केंद्र सरकार से कानून वापस लेने की अपील
घटना के बाद अस्कर अली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपने बयान के लिए माफी मांगी और केंद्र सरकार से कानून को वापस लेने की अपील की. इससे पहले रविवार को हजारों लोगों ने मुस्लिम बहुल इलाकों जैसे सोरा, मयंग इम्फाल, क्षेत्री अवांग लाइकाई और लिलोंग में इस कानून के विरोध में प्रदर्शन किया था. सबसे बड़ा प्रदर्शन लिलोंग बाज़ार से लेकर लिलोंग हाओरेबी कॉलेज तक हुआ. लोगों की विशाल रैली के कारण लिलोंग में राष्ट्रीय राजमार्ग-102 पर यातायात बाधित हो गया.
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