indian army will deploy prachand helicopters in high altitude areas china border deal with hal
Indian Army Prachand Helicopters: पूर्वी लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर में चीन अकसर अपनी दादागीरी दिखाने की कोशिश करता रहता है, लेकिन अब उसकी ये दादागीरी काम नहीं आएगी. भारत ने इन इलाकों में ड्रैगन पर लगाम लगाने के लिए ‘प्रचंड’ प्लान लागू कर दिया है. इन इलाकों में भारतीय सेना 145 एलसीएच को तैनात करेगी, जोकि 16 हजार फीट की ऊंचाई तक ड्रैगन का पीछा नहीं छोड़ेंगे.
भारतीय सेना को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से 145 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों (LCHs) खरीदने के सौदे को मंजूरी मिल गई है. इस डील को जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट की ओर से भी मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इसके साथ ही अब भारतीय सशस्त्र बलों की हवाई क्षमताओं में काफी बढ़ोतरी हो जाएगी. चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर तनाव को देखते हुए एलसीएच की खरीद भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा है, इन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को ‘प्रचंड’ के नाम से भी जाना जाता है.
सियाचिन और पूर्वी लद्दाख के लिए LCH परफेक्ट
एचएएल ने इन हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को ऊंचाई वाले इलाकों में अभियानों के लिए डिजाइन किया है. ये एकमात्र हमलावर हेलीकॉप्टर है, जो 16,400 फीट यानी करीब पांच हजार मीटर तक की उंचाई तक उड़ान भरने और लैंड करने में सक्षम है. सियाचिन ग्लेशियर और पूर्वी लद्दाख जैसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में तैनात करने के लिए ये एलसीएच उपयुक्त हैं. ये हेलीकॉप्टर उन्नत हथियारों से लैस हैं. इनमें हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें, रॉकेट और बुर्ज गन शामिल हैं. ये एलसीएच दुश्मन के टैंकों, बंकरों और हवाई खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम हैं. इसके अलावा ये एलसीएच एयर डिफेंस सिस्टम को भी ध्वस्त कर सकते हैं.
सेना को 15 LCH डिलीवर कर चुकी है HAL
इस सौदे में भारतीय सेना के लिए 90 और भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए 66 हेलीकॉप्टर शामिल हैं, जिसमें IAF संयुक्त खरीद प्रयास का नेतृत्व कर रही है. भारतीय सेना ‘मेक इन इंडिया’ के तहत इसके लिए एचएएल के साथ डील कर रही है, जिसका उद्देश्य विदेशी सैन्य आपूर्ति पर निर्भरता को कम करना और स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाना है. एचएएल पहले ही भारतीय सेना को 15 एलसीएच डिलीवर कर चुकी है.
300 हॉवित्जर और 83 LCA की हाल में हुई थी डील
एलसीएच खरीद के अलावा भारत ने सैन्य उपकरणों के आधुनिकीकरण के लिए अन्य डील भी की हैं. हाल ही में 307 एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) हॉवित्जर के लिए सात हजार करोड़ रुपये का सौदा और 83 तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) का ऑर्डर शामिल है. चीन और पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच इन हेलीकॉप्टरों को शामिल करना भारत की सीमा रक्षा रणनीति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. भारतीय सेना जो फिलहाल फाइटर जेट की कमी से जूझ रही है, फिलहाल प्रचंड हेलीकॉप्टरों से उसे मजबूती मिलेगी और ऊंचाई वाले इलाकों में उसकी प्रभावशीलता में सुधार होगाा.