Actress Ranya Rao Claims She Was Slapped Denied to Food Sign On Blank Pages in Custody
Ranya Rao Case: गोल्ड स्मगलिंग के मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव ने आरोप लगाया है कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने उन्हें कई बार थप्पड़ मारे, खाना नहीं दिया और खाली दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया. डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को लिखी चिट्ठी में रान्या ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है.
पुलिस अधिकारी की बेटी रान्या को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर 12.56 करोड़ रुपये की कीमत के सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था. परप्पना अग्रहारा जेल के मुख्य अधीक्षक के जरिए भेजी गई चिट्ठी में रान्या ने दावा किया कि उन्हें विमान के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया गया था और डीआरआई ने उन्हें स्पष्टीकरण देने का मौका दिए बिना हिरासत में ले लिया था.
‘10-15 बार मारे थप्पड़’
उन्होंने ये भी दावा किया कि डीआरआई अधिकारियों ने उन्हें बार-बार धमकाया और हमला भी किया. अधिकारियों ने अपनी ओर से तैयार किए गए बयान पर साइन करने पर मजबूर किया. हालांकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया. अभिनेत्री ने कहा कि आखिरकार उनके ऊपर बहुत ज्यादा दवाब डाला गया और लगभग 50-60 टाइप किए गए पन्नों और 40 खाली सफेद पन्नों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया.
रान्या ने कहा, “जब से मुझे हिरासत में लिया गया तब से लेकर अदालत में पेश किए जाने तक मेरे साथ मारपीट की गई. जिन अधिकारियों को मैं पहचान सकती हूं, उन्होंने मुझे 10-15 बार थप्पड़ मारे. बार-बार मारपीट के बावजूद, मैंने उनकी ओर से तैयार किए गए बयानों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया.”
चिट्ठी में रान्या ने लिखा है, “अत्यधिक दबाव और शारीरिक हमले के तहत मुझे डीआरआई अधिकारियों की ओर से तैयार किए गए 50-60 टाइप किए गए पेजों और लगभग 40 खाली सफेद पन्नों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया.”
अदालत ने जमानत देने से किया इनकार
गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद हिरासत में रान्या की एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें वह तनावग्रस्त दिख रही थी और उसकी आंखों के नीचे काले धब्बे थे. वहीं, बेंगलुरु की विशेष अदालत ने उन्हें जमानत देने से मना कर दिया. फिलहाल वो 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं. रान्या ने दावा किया है कि उनके पिता इस मामले में शामिल नहीं हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि 3 मार्च को शाम 6.45 बजे से 4 मार्च को शाम 7.50 बजे तक हिरासत के दौरान उन्हें जानबूझकर सोने नहीं दिया और खाने भी नहीं दिया गया. अपने खिलाफ दर्ज मामले की वैधता पर सवाल उठाते हुए रान्या ने दावा किया कि उनके पास से कोई सोना बरामद नहीं हुआ.
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