Basti Electricity Worker Blow Dubauliya Police Station Transformer Fuse For Not Registering Complaint ANN
Basti Electricty News: उत्तर प्रदेश (UP) के बस्ती जिले के दुबौलिया थाना (Dubauliya Police Station) परिसर में लगे ट्रांसफॉर्मर में देर रात फॉल्ट हो गया. इसकी वजह से सारी रात थाना परिसर अंधेरे में डूबा रहा. रात भर पुलिस संविदा कर्मियों से फ्यूज जोड़ने को कहती रही लेकिन कोई फ्यूज जोड़ने को तैयार नहीं है. संविदा कर्मियों का आरोप है कि मीटर रीडर हरीश कुमार 33/11 विद्युत उपकेंद्र दुबौलिया से जुड़े उपभोक्ताओं का मीटर रीडिंग का काम करते हैं. चार अगस्त को हरीश कुमार थाना क्षेत्र के जोगहटा गांव में बिल निकालने के लिए गए थे.
उभोक्ता अनिल कुमार के यहां मीटर रीडिंग और लोड अधिक होने की वजह से बिल ज्यादा निकला, जिससे नाराज होकर उसने गाली देते हुए हरीश कुमार से मोबाइल, प्रिंटर, डाटा केवल और बैग को छिन लिया था. हरीश कुमार की तरफ से दुबौलिया थाने में लिखित प्रार्थना पत्र दिया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. बीती रात छह से अधिक संविदा कर्मी थाने पर गए, इसके बावजूद पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज संविदा कर्मियों ने परिसर में लगे ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज उड़ा दिया. इसकी वजह से पूरे थाना परिसर की बत्ती गुल हो गई.
अधिषाशी अभियंता ने क्या कहा?
इस संबंध में जब दुबौलिया थानाध्यक्ष इन्द्र भूषण सिंह से पूछा गया तो बताया कि कहीं से लाइट खराब हुई होगी, जुड़वा दिया जाएगा, रही बात तहरीर की तो समान दिलवाने की बात उसके परिजन और वो लोग कर रहे थे. वहीं अधिषाशी अभियंता पी के गुप्ता से पूछने पर उन्होंने कहा कि लाइट नहीं काटी गई है, उसे जुड़वाया जाएगा, रही बात मीटर रीडिर से दुर्व्यवहार की तो तहरीर दी गई है, कलवारी क्षेत्राधिकारी से बात हुई है. आज मुकदमा दर्ज करने की बात कह रहे हैं.
‘थाने का बिजली भी बकाया’
तहरीर नहीं दर्ज होने से नाराज संविदा कर्मियों ने रात करीब ग्यारह बजे थाना परिसर में लगे ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज उड़ा दिया. पुलिस कर्मियों ने बताया कि लाइट गुल होने से उमस भरी गर्मी में परेशान रहे. परिसर में सारी रात जग कर गुजारनी पड़ी. परिसर में लगे जनरेटर को भी चालू नहीं किया गया. वहीं थाने में आने वाले फरियादी , पुलिसकर्मी भी उमस भरी गर्मी में बिजली नहीं होने की वजह से पेड़ के नीचे समय काटते नजर आए. एक संविदा कर्मी ने बताया कि थाने का करीब पचास हजार रुपये से अधिक का बिल भी बकाया है.