Rajasthan Honeytrap gang targeting businessmen on Facebook with name monika akansha singhania busted bye police
Rajasthan Honey Trap News: राजस्थान के कोटा में एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है. अनंतपुरा पुलिस ने एक ऐसे हनीट्रैप गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो फेसबुक पर जाल बिछाकर व्यापारियों को फंसाता और उनसे मोटी रकम ऐंठता था. इस मामले में पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान चेतन जंगिंग उर्फ बिड्डू (25), अल्तमस खान उर्फ अल्लू (20) और मुज्जम्मिल खान (22) के रूप में हुई है. लेकिन, चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है.
लोगों को ऐसे फंसाता था गिरोह
सिटी एसपी अमृता दुहान ने खुलासा किया कि यह गिरोह व्यापारियों को लुभाने के लिए फर्जी फेसबुक प्रोफाइल का इस्तेमाल करता था. पीड़ितों को ऑनलाइन चैट में फंसाने के बाद सुनसान जगहों पर बुलाया जाता था, जहां उनका अपहरण कर ब्लैकमेल किया जाता था. दादाबाड़ी के चित्रगुप्त कॉलोनी निवासी प्रशांत विजय ने ऐसा ही एक मामला दर्ज कराया था. वह मोनिका सिंघानिया नाम की फेसबुक यूजर से पांच दिनों से चैट कर रहा था.
उन्होंने बताया कि 25 फरवरी को मोनिका ने उसे अनंतपुरा के कर्णेश्वर महादेव मंदिर में मिलने बुलाया. रास्ते में चार लोगों ने उसे उसकी ही कार में अगवा कर लिया, दो-तीन घंटे तक इधर-उधर घुमाया और PhonePe के जरिए एक लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया.
प्रशांत की शिकायत पर 3 मार्च को Ad.SP दिलीप सैनी, CO मनीष शर्मा और SHO भूपेंद्र सिंह की निगरानी में जांच शुरू हुई. फेसबुक और बैंक अकाउंट डिटेल समेत डिजिटल सबूतों के आधार पर पुलिस ने चेतन जंगिंग, अल्तमस खान और मुज्जम्मिल खान को गिरफ्तार किया.
मुख्य आरोपी अभी फरार!
विज्ञान नगर निवासी अलीना नाम की महिला गिरोह की मुख्य सदस्य थी, जो सागर अग्रवाल के साथ मिलकर मोनिका सिंघानिया और आकांक्षा सिंघानिया जैसे नामों से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल चलाती थी. वह व्यापारियों से चैट कर उनका भरोसा जीतती और सुनसान जगह पर मिलने बुलाती थी. पीड़ित के पहुंचते ही सागर उर्फ नन्नू और उसका गिरोह उन्हें अगवा कर झूठे रेप के आरोप में फंसाने की धमकी देकर पैसे वसूलता था.
पीड़ित को छोड़ने से पहले गिरोह उनके फोन से चैट रिकॉर्ड डिलीट कर देता था. अलीना ने पहले भी व्यवसायी राजकुमार अग्रवाल से इसी तरह 45 हजार रुपये वसूले थे. फिलहाल वह फरार है.
पहले भी कई घटनाओं में शामिल
गिरोह ने साल 2024 में सद्दाम (कैथुन), आदिल मिर्जा और आरिफ मिर्जा (सागोद) पर बलात्कार का झूठा आरोप लगाकर महावीर नगर और अनंतपुरा थानों में केस दर्ज कराया था, जो बाद में कोर्ट में निपटा दिए गए. SP अमृता दुहान ने अन्य व्यवसायियों से अपील की है कि यदि वे भी इस गिरोह का शिकार हुए हैं, तो आगे आकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. पुलिस अब मास्टरमाइंड समेत फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
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