Ramadan 2025 Crescent Moon Not Sighted On Friday Fasting To Begin In India From March 2
Ramadan 2025: रमजान का महीना इस्लाम के सबसे पवित्र महीनों में से एक है. मुसलमान साल भर रमजान का बेसब्री से इंतजार करते हैं. जैसे-जैसे दिन खत्म होता है, सभी की निगाहें आसमान पर टिकी होती हैं क्योंकि आधे चांद के दिखने के साथ ही इस पवित्र महीने की शुरुआत हो जाएगी और रोजा (उपवास) शुरू हो जाएगा. हालांकि भारत में अभी चांद नजर नहीं आया है ऐसे में 2 मार्च से रमजान के पाक महीने की शुरुआत होगी.
भारत में सभी चांद कमेटियों ने एलान किया है कि देश के किसी भी हिस्से में चांद नजर नहीं आया है. इसलिए, रमजान की शुरुआत 2 मार्च यानी रविवार को पहला रोजा होगा. इसी तरह पाकिस्तान मे भी चांद नजर नहीं आया है. हालांकि, सऊदी अरब में चांद नजर आया है इसलिए अरब दुनिया में कल पहला रोज़ा होगा. लखनऊ की शिया मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि आज 29 शबान 1446 हिजरी को माहे रमज़ान के चांद की तस्दीक नहीं हुई. लिहाज़ा 2-मार्च-2025 को माहे रमज़ान की पहली तारीख़ होगी.
इंतजार करते रहे लेकिन चांद नहीं आया नजर
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली के नेतृत्व में मरकजी चांद कमेटी ने ऐशबाग में चांद के दीदार का इंतजार करते रहे, लेकिन चांद नजर नहीं आया. मौलाना खालिद रशीद का कहना है कि कहीं से भी चांद नजर आने की कोई खबर सामने नहीं आई है. इससे पहले उन्होंने रमजानुल मुबारक को लेकर एडवाइजरी जारी की थी. एडवाइजरी के मुताबिक, इस्लाम मजहब में रमजानुल मुबारक सबसे पवित्र महीना है, इसलिए तमाम मुसलमान यह पूरा महीना इबादत ही में गुजारें. रमजानुल मुबारक में पूरे महीने रोजा रखना हर आकिल, बालिग, मुसलमान मर्द और औरत पर फर्ज है. रोजा इफ्तार सही वक्त पर ही करें. अगर रोजा वक्त से पहले खोल लिया तो रोजा खराब हो जाएगा.
‘इफ्तार करने में हुई देरी तो सवाब हो जाएगा कम’
इसमें कहा गया है कि अगर इफ्तार करने में ज्यादा देर की तो रोजा मकरूह हो जाएगा यानी सवाब कम हो जाएगा. कमेटी ने हर हैसियत वाले व्यक्ति से इफ्तार पार्टियों का एहतिमाम करने और उसमें गरीबों को भी शामिल करने की अपील की है. कमेटी ने कहा है कि इस मुबारक महीने में तरावीह जरूर पढ़ी जाए, क्योंकि रमजान में ही खुदा पाक ने पूरा कुरान पाक उतारा है. तरावीह पढ़ने वाले नमाजी और मस्जिदों की प्रबंधन कमेटी इस बात को सुनिश्चित करें कि नमाजियों की गाड़ियां तय स्थान पर पार्क की जाएं जिससे ट्रैफिक में कोई रुकावट पैदा न हो.
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