singapore largetst bank dbs announced plan to reduce workforce four thousand roles next three year adoption of ai technologies
DBS Bank Layoff: दुनिया के टॉप बैंक में शामिल डीबीएस ग्रुप अगले तीन साल में अपने वर्कफोर्स में 10 फीसदी यानी करीब चार हजार कर्मचारियों की कटौती करेगा. डीबीएस ग्रुप की ओर से ये कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को तेजी से इंटीग्रेट कर रही है.
सीईओ पीयूष गुप्ता ने कहा, जो कर्मचारी इसमें प्रभावित होंगे, उनमें मुख्य रूप से अस्थायी और कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े लगभग एक हजार रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है. हालांकि कंपनी की ओर से यह खुलासा नहीं किया गया है कि कितने कर्मचारियों की नौकरी जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘मेरा अनुमान है कि हम अगले तीन सालों में अपने कर्मचारियों की संख्या में चार हजार या 10 फीसदी की कटौती करने जा रहे हैं.’ उन्होंने इस कटौती के लिए बैंकिंग सेक्टर में एआई की बढ़ती भूमिका की ओर से इशारा किया. उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक खास टेक्नोलॉजी है, जिससे सेल्फ क्रिएशन और रेप्लिकेट टास्क किए जा सकते हैं.
चार हजार कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, डीबीएस के एक प्रवक्ता ने वर्कफोर्स में कटौती को लेकर विस्तार में बताते हुए कहा, ‘अगले तीन सालों में हम एआई प्रोजेक्ट के जरिए चार हजार अस्थायी या कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की कटौती करेंगे. हमें उम्मीद है कि जिन लोगों की नौकरी जाएगी उनका अनुबंध भी अगले कुछ वर्षों में पूरा हो जाएगा.’
डीबीएस बैंक में करीब 50 हजार कर्मचारी
बता दें कि साउथ-ईस्ट एशिया की सबसे बड़ी बैंक डीबीएस में करीब 41 हजार कर्मचारी हैं. इसके अलावा 8 से 9 हजार अस्थायी और कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी हैं. पिछले साल सीईओ पीयूष गुप्ता ने खुलासा किया था कि डीबीएस पिछले एक दशक से एआई टेक्नोलॉजी में निवेश कर रहा है.
दुनिया की 40 फीसदी नौकरियों पर खतरा: IMF
पीयूष गुप्ता मार्च में डीबीएस ग्रुप के सीईओ पद छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं, उनकी जगह उप सीईओ तान सु शान जिम्मेदारी संभालेंगे. एआई टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव ने इसके लाभ और नुकसान को लेकर बहस छेड़ दी है. आईएमएफ ने चेतावनी दी है कि एआई की वजह से दुनिया में करीब 40 फीसदी नौकरियों में कटौती की संभावना है.