Omar Abdullah Says No Scope to talk Pakistan Over Kashmir Issue
Omar Abdullah over Kashmir Issue: पाकिस्तान से बातचीत की वकालत करने वाले जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार (20 फरवरी, 2025) को कहा कि राज्य में सुरक्षाबलों और निर्माण शिविरों पर आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की कोई गुंजाइश नहीं बचती. उमर अब्दुल्ला ने एक इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान पर जम्मू-कश्मीर के मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के मामलों में हस्तक्षेप करना कभी बंद नहीं किया. बीते कुछ सालों में जिस तरह से हमले हुए हैं, उसके कारण फिलहाल बातचीत की तो कोई गुंजाइश ही नहीं रहती. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में जम्मू कश्मीर में सात आतंकवादी घटनाओं में 122 लोगों की जान गई थी, जिनमें से 32 नागरिक और 26 सुरक्षा बल के जवान थे.
370 की बहाली की संभावनाओं को भी किया खारिज
उमर अब्दुल्ला ने जोर देते हुए कहा की फ्रेंडली वर्किंग रिलेशनशिप के लिए पाकिस्तान को भारत सरकार की कुछ चिंताओं को दिमाग में रखना होगा. इसके अलावा उमर अब्दुल्ला ने साल 2019 में निरस्त किए गए आर्टिकल 370 को बहाल करने की किसी भी संभावनाओं को खारिज कर दिया.
लोकसभा चुनाव के दौरान कही थी पाक से बातचीत की बात
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उमर अब्दुल्ला और उनके पिता फारूक अब्दुल्ला, दोनों ने ही पाकिस्तान के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत की थी. चुनावी प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि नेशनल कांफ्रेंस हमेशा से पाकिस्तान के साथ बातचीत की प्रक्रिया का समर्थन करती रही है. अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं. पाकिस्तान पड़ोसी था पड़ोसी है और रहेगा.
सीएम बनने के बाद लिया यू-टर्न
वहीं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी पाकिस्तान से बातचीत की प्रबल समर्थक रही हैं, लेकिन यह पहली बार देखने को मिल रहा है की उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की बातचीत को सिरे से खारिज कर दिया है.
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