delhi assembly election results 2025
Delhi Election Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद आप के पूर्व नेता और कथावाचक कुमार विश्वास ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने बताया कि मनीष सिसोदिया जब जंगपुरा सीट से चुनाव हार गए तो उनकी पत्नी रो पड़ीं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में मनीष सिसोदिया से जुड़ा एक पुराना वाकया भी सुनाया.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कुमार विश्वास ने कहा, ”आज जब टीवी पर जंगपुरा का निर्णय आया. सामने दिखा कि मनीष सिसोदिया हार गए तो हमेशा तटस्थ रहने वाली और राजनीति से विरत रहने वाली मेरी पत्नी के आंख में आंसू आ गए, वो रोने लगी.”
#WATCH | On #DelhiElectionResults, former AAP leader & poet Kumar Vishwas says, “I congratulate the BJP for the victory and I hope that they’ll work for the people of Delhi… I have no sympathy for a man who crushed the dreams of AAP party workers. Delhi is now free from him…… pic.twitter.com/RffWg98Sg3
— ANI (@ANI) February 8, 2025
आप के नेता पुराने व्यवसाय में लौट जाएंगे- कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने आगे कहा, ”जीत के लिए बीजेपी को बधाई देता हूं.” केजरीवाल पर तंज करते हुए कुमार विश्वास ने कहा, ”मेरे मन में वैसे व्यक्ति के लिए कोई सहानुभूति नहीं है जिसने आप कार्यकर्ताओं के सपने को कुचल दिया. दिल्ली अब उससे मुक्त है.” कुमार विश्वास ने दावा किया कि आप की हार के बाद इसके नेता अब अपने पुराने व्यवसाय में लौट जाएंगे या फिर कोई और पार्टी ज्वाइन कर लेंगे.
दिल्ली की जनता को मिले अच्छा शासन- कुमार विश्वास
कुमार विश्वास ने कहा कि मेरे लिए प्रसन्नता औऱ दुख का विषय नहीं है. मैं बीच में खड़ा हूं. प्रसन्नता का विषय है कि करोड़ों लोगों ने जो आस लगाई थी. अपनी नौकरी और व्यवसाय छोड़कर आए थे. उनका इस्तेमाल हुआ था और अब उनके साथ न्याय हुआ. कुमार विश्वास ने कहा कि उम्मीद है कि बाकी दल अहंकार नहीं करेंगे सबक लेंगे. दिल्ली के नागरिकों को अच्छे शासन की बधाई देता हूं. बीजेपी सरकार बनाकर दिल्ली के दुख को दूर करे.
अन्ना आंदोलन की ऊर्जा से हो सकता था सकारात्मक बदलाव- कुमार विश्वास
नतीजे आते ही विपक्षी दल अब चुनाव आयोग पर सवाल उठाने लगे हैं. इस पर कुमार विश्वास ने कहा, ”मैं राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं हूं. प्रतिक्रिया देना मेरे लिए शोभनीय नहीं है. दिल्ली के लिए स्वाभाविक प्रतिक्रिया है. दुख है कि अन्ना आंदोलन से ऊर्जा पैदा हुई थी, जिससे देश में सकारात्मक बदलाव हो सकता था एक वैकल्पिक राजनीति हो सकती थी लेकिन उसकी हत्या हो गई. उम्मीद है कि कभी ना कभी भारत में किसी ना किसी दल में सूर्योदय होगा. भारत को जहां जाना है उसका मार्ग प्रशस्त करेगा.”
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