Punjab News Families of people of Punjab deported from America expressed pain
Punjab News: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों में शामिल पंजाब के लोगों के परिजनों ने अपना दर्द बयां किया है. परिजनों का कहना है कि उन्होंने सुनहरे भविष्य की उम्मीद में अपने परिजन को अमेरिका भेजने के लिए भारी-भरकम राशि उधार ली, लेकिन अब इन लोगों को स्वदेश भेजे जाने के कारण उन्हें लगता है कि वह कर्ज के बोझ से कभी मुक्त नहीं हो पाएंगे.
परिजनों ने आरोप लगाया कि ट्रैवल एजेंट ने उनके परिजन को अमेरिका भेजने के लिए अनुचित तरीके अपनाए, जिससे वे अनजान थे. उन्होंने इन एजेंट के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की.
104 भारतीय स्वदेस लौटे
पंजाब सहित विभिन्न राज्यों के 104 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का एक सैन्य विमान बुधवार (5 फरवरी) को दोपहर अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा. यह अमेरिका के ट्रंप प्रशासन की ओर से डिपोर्ट भारतीयों का पहला जत्था है. इसमें 33-33 लोग हरियाणा और गुजरात के, 30 पंजाब के, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के और दो चंडीगढ़ के हैं.
पंजाब के इन लोगों को किया डिपोर्ट
पंजाब के जिन 30 लोगों को डिपोर्ट किया गया है, उनमें छह कपूरथला के, पांच अमृतसर के, चार-चार पटियाला और जालंधर के, दो-दो होशियारपुर, लुधियाना, एसबीएस नगर के और एक-एक गुरदासपुर, तरनतारन, संगरूर, एसएएस नगर और फतेहगढ़ साहिब के हैं.
‘एजेंट ने लिए 42 लाख रुपये’
होशियारपुर जिले के ताहली गांव का रहने वाला हरविंदर सिंह (41) पंजाब से डिपोर्ट किए गए लोगों में शामिल हैं. वह लगभग आठ महीने पहले अमेरिका गए थे. उनकी पत्नी कुलजिंदर कौर ने दावा किया कि एक ट्रैवल एजेंट ने हरविंदर को कानूनी तरीके से अमेरिका भेजने का वादा करके 42 लाख रुपये लिए.
कुलजिंदर ने कहा कि हालांकि, एजेंट ने हरविंदर को अमेरिका में प्रवेश के लिए प्रवासियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अवैध और खतरनाक रास्ते से वहां भेजा. उसने बताया कि हरविंदर ने आखिरी बार 15 फरवरी को परिवार से संपर्क किया और बताया कि वह अमेरिकी सीमा में दाखिल हो चुका है. कुलजिंदर के अनुसार, उसके बाद कोई बातचीत नहीं हुई. हमें आज हरविंदर के डिपोर्ट के बारे में पता चला.
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