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'एकजुट हो हिंदू समाज, तभी फल-फूल’ सकता है', केरल में बोले मोहन भागवत



<p style="text-align: justify;">केरल के पत्तनमथिट्ठा में बुधवार (5 फरवरी, 2025) को चेरुकोलपुझा हिंदू धार्मिक सम्मेलन की तरफ से आयोजित हिंदू एकता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, "एकजुट समाज फलता-फूलता है, जबकि खंडित समाज मुरझा जाता है. उन्होंने कहा, " हिंदू समाज तभी फल-फूल सकता है, जब वो एकजुट हो."&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">आरएसएस प्रमुख ने सभी हिंदुओं को उनकी जाति, क्षेत्र या भाषा से परे एक मानने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "हिंदू होना एक &ldquo;स्वभाव&rdquo; है, जिसमें लोग पढ़ाई-लिखाई का इस्तेमाल ज्ञान बढ़ाने के लिए, धन का इस्तेमाल दान के लिए और ताकत का इस्तेमाल कमजोरों की मदद करने के लिए करते हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><br /><strong>’हिंदू धर्म में जाति मायने नहीं रखती'</strong></p>
<p style="text-align: justify;">हिंदू एकता सम्मेलन में आरएसएस प्रमुख ने कहा, "हिंदू धर्म में कोई भी श्रेष्ठ या निम्न नहीं है, जाति कोई मायने नहीं रखती और छुआछूत के लिए कोई जगह नहीं है." उन्होंने सभी हिंदुओं से एक-दूसरे का सम्मान करने का आग्रह किया और कहा कि अगर &ldquo;सभी हिंदू एकजुट हो जाएं, तो इससे दुनिया को फायदा होगा.&rdquo;</p>
<p style="text-align: justify;"><br /><strong>हिंदुओं के एकजुट होने के तरीके</strong></p>
<p style="text-align: justify;">मोहन भागवत ने हिंदुओं के एकजुट होने के तरीके भी सुझाए, जिनमें &ldquo;खुद को पहचानना&rdquo;, सभी के साथ समान बर्ताव करना और पर्यावरण की रक्षा करना शामिल है. उन्होंने कहा, "पर्यावरण की रक्षा के लिए नीतिगत बदलावों में समय लगेगा, लेकिन लोग तीन छोटी-छोटी चीजें कर सकते हैं. पानी बचाएं, पेड़ लगाएं और प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें".</p>
<p style="text-align: justify;">आरएसएस प्रमुख ने सम्मेलन में परिवारों में संस्कारों के महत्व पर चर्चा का आह्वान किया. उन्होंने दावा किया कि इससे केरल में मादक पदार्थों की लत की समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है.</p>



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