milkipur bypolls 2025 voting ajeet prasad vs chandrabhaunu paswan vs suraj chaudhary
Milkipur Bypolls 2025: अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी है. यहां पांच फरवरी को मतदान होगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. मिल्कीपुर विधानसभा सीट से 2022 में समाजवादी पार्टी (सपा) के चिह्न पर अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. प्रसाद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था, जिससे इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी.
उप चुनाव में अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जहां एक तरफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूरी ताकत झोंकी, वहीं राज्य के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के शीर्ष नेताओं ने भी यहां मतदाताओं को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
उपचुनाव में मिल्कीपुर सीट पर दस उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव से दूरी बनाई है. अलबत्ता कांग्रेस ने सपा को समर्थन दिया है.
इस चुनाव में भाजपा ने चंद्रभानु प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी ने सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को मौका दिया है. अयोध्या के राजनीतिक जानकार कहते हैं कि इस उप चुनाव में भाजपा ने सपा पर परिवारवाद का आरोप लगाकर राष्ट्रवाद का नारा दिया है.
रामभद्राचार्य पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का पलटवार, कहा- वह सत्ता के प्रति निर्मोही…
आसपा (कां) ने उतारा उम्मीदवार
नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी मिल्कीपुर में अपना उम्मीदवार उतारा है.
जानकारों का कहना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद की फैजाबाद (अयोध्या) पर जीत को भाजपा के लिए झटके के रूप में देखा गया और इस हार से उबरने के लिए पार्टी उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए पूरा दमखम लगा रही है.
अधिकारियों के अनुसार पांच फरवरी को उपचुनाव के तहत मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम पांच बजे तक चलेगा. यहां 3,70,829 मतदाता हैं, जो 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे.
अधिकारियों ने यहां बताया कि मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए 414 बूथ बनाए गए हैं, जिनके लिए मतदान दल राजकीय इंटर कॉलेज से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रवाना हो रहे हैं.
सोमवार को, चुनाव प्रचार समाप्त होने से पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने नौ सीटों पर पिछले वर्ष उपचुनाव कराया, लेकिन हार के डर से मिल्कीपुर सीट का चुनाव टाल दिया था. भाजपा जानती थी कि मिल्कीपुर के लोग समाजवादियों का साथ कभी नहीं छोड़ सकते, इसलिए उन्होंने सुनिश्चित किया कि चुनाव टल जाए. लेकिन जो लोग चुनाव से भागेंगे, जनता उन्हें मिल्कीपुर से बाहर निकालने का काम करेगी.”
इन नेताओं ने किया प्रचार
वहीं, अयोध्या में 22 वर्षीय एक दलित युवती की हत्या के मामले को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए रविवार को प्रेसवार्ता के दौरान सांसद प्रसाद रो पड़े थे. पत्रकारों से बात करते हुए भावुक हुए प्रसाद बोले, ‘‘मैं उसे बचाने में असफल रहा.’’
मिल्कीपुर में उसी दिन रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ”नौटंकी” करार दिया था और कहा था कि इस मामले की जांच जब नीचे तक जाएगी तो उसमें भी समाजवादी पार्टी का ही कोई दरिंदा निकलेगा.
अयोध्या पुलिस ने सोमवार को दलित महिला की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया.
उप्र के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी पार्टी उम्मीदवार के लिए प्रचार किया है. मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव ने पिछले बृहस्पतिवार को मिल्कीपुर में रोड शो किया था.