हम संविधान के लिए जीने वाले, जहर की राजनीति नहीं करते : PM मोदी का केजरीवाल-राहुल को जवाब | PM narendra Modi in parliament to Reply to Motion of Thanks After Rahul Gandhi’s Fiery Speech
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दे रहे हैं. प्रधानमंत्री ने इस दौरान कांग्रेस, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कथित भ्रष्टाचार को लेकर तीखे वार किए. मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. उन्होंने विरोधियों से कहा, “हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं. हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं. अपने लिए तो सब करते हैं, संविधान के लिए जीने वाले यहां बैठे हैं.” मोदी ने इस बीच अपने इरादे भी जता दिए. उन्होंने कहा, “ये तो हमारा तीसरा ही टर्म, हम अनेक वर्षों तक देश के लिए ऐसे ही काम करते रहेंगे.”
गरीबों को झूठे नारे नहीं, सच्चा विकास दिया
PM मोदी ने कहा, “हमारी सरकार ने गरीबों को झूठे नारे नहीं दिए, बल्कि हमने उन्हें सच्चा विकास दिया है. देश ने 5 दशक तक गरीबी हटाओ के झूठे नारे सुने. हमारी वजह से 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं.”बीते 10 साल में देश ने सेवा करने का मौका दिया. 25 करोड़ देशवासी गरीबी को परास्त करके गरीबी से बाहर आए हैं. 25 करोड़ गरीब गरीबी को परास्त कर बाहर निकले हैं. जब गरीबों के लिए जीवन खपाते हैं तब यह होता है. जब जमीन से जुड़े लोग, जमीन की सच्चाई को जानते हुए, जमीन पर जीवन खपाते हैं, तब जमीन पर बदलाव निश्चित होकर रहता है.”
PM Shri @narendramodi‘s reply to the Motion of Thanks on the President’s address in Lok Sabha. https://t.co/4biKGhqHoP
— BJP (@BJP4India) February 4, 2025
राहुल गांधी का नाम लिए बगैर साधा निशाना
PM मोदी ने कहा, “गरीब का दुख, आम आदमी की तकलीफ, मीडिल क्लास के सपने ऐसे ही नहीं समझे जाते हैं, इसके लिए जज्बा चाहिए. मुझे दुख के साथ कहना है कुछ लोगों में यह है ही नहीं.” मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, “हमारा फोकस गरीबों के घर बनाने पर है. जो लोग गरीबों की झोपड़ी में फोटो सेशन कराते हैं, उनको गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी.”
राजीव गांधी का किया जिक्र
मोदी ने अपने भाषण में राजीव गांधी का भी जिक्र किया. उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, “मैं उनका गुस्सा समझ सकता हूं. हमारे देश में एक प्रधानमंत्री हुआ करते थे. उनको मिस्टर क्लीन कहने का फैशन हो गया था. उन्होंने कहा था दिल्ली से एक रुपया निकलता है, तो गांवों में 15 पैसा पहुंचता है. उस समय तो पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक एक ही पार्टी का राज था. उस समय उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि एक रुपया निकलता है और 15 पैसा पहुंचता है. बहुत गजब की हाथ सफाई थी. 15 पैसा किसके पास जाता था… ये देश का सामान्य आदमी भी आसानी से समझ सकता है.”
आरके लक्ष्मण के कार्टून का किया जिक्र
मोदी ने अपने भाषण में फेमस कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण के एक कार्टून का जिक्र किया, जो कभी टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार में छपा था. PM मोदी ने इस कार्टून के जरिए पूर्व PM राजीव गांधी पर तंज कसे. मोदी ने कहा, ” आप जब युवा मोर्चा में थे तब एक बात पढ़ते सुनते होंगे. एक PM 21वीं सदी बोलते थे. उस वक्त आरके लक्ष्मण ने कार्टून बनाया था. ये कार्टून बहुत इंट्रेस्टिंग था. उसमें एक हवाई जहाज आया, एक पायलट है, कुछ पैसेंजर थे, हवाई जहाज ठेले पर रखा हुआ था और मजदूर ठेले को धक्का मार रहे थे और 21वीं सदी लिखा था. आगे चलकर वो सच सिद्ध हो गया. ये कटाक्ष था जमीनी सच्चाई से तब के प्रधानमंत्री कितने दूर थे. हवाई बातों में लगे थे, ये उसका प्रदर्शन करने वाला कार्टून था.”
कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर
प्रधानमंत्री ने अरविंद केजरीवाल के ‘शीशमहल’ का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा, “आजकल मीडिया में ज्यादा ही चर्चा हो रही है, सोशल मीडिया में ज्यादा ही हो रही है. कुछ नेताओं का फोकस घरों में जकूजी पर, स्टाइलिश शावर पर है, लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप समस्या की पहचान करके छूट नहीं सकते. समस्या का समाधान भी करना होता है. हमारा प्रयास समस्या के समाधान का रहता है और हम समर्पित भाव से प्रयास करते हैं.”
स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया गया
मोदी ने कहा, “सरकारी खरीद में ट्रांसपेरेंसी लगाए और जैम पोर्टल से कम पैसों में खरीदी हुई. सरकार के एक लाख 15 करोड़ रुपये की बचत हुई. स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया गया, जैसे पाप कर दिया हो. आज संतोष से कहना है कि सफाई के कारण हाल के वर्षों में सिर्फ सरकारी दफ्तरों से जो कबाड़ बेचा गया उसमें 2300 करोड़ मिले. गांधी ट्रस्टी शिप का सिद्धांत देखते हैं. स्वच्छता अभियान से कबाड़ बेचकर 2300 करोड़ रुपए कबाड़ बेचकर आ रहा है.”
40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता के खाते में जमा किया
मोदी ने कहा, “देश ने मौका दिया, हमने समाधान खोजने का प्रयास किया. बचत भी और विकास भी हमारा मॉडल है. जनता का पैसा जनता के लिए है. हमने जन-धन, आधार, मोबाइल की जेम ट्रिनिटी बनाई. DBT से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर देना शुरू किया. हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता के खाते में जमा किया.”
10 साल में घोटाले नहीं होने से देश के बचे लाखों करोड़ रुपये
मोदी ने कहा कि बीते 10 साल में घोटाले नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा, “हमने इथेनॉल ब्लेंडिंग का फैसला लिया. हम एनर्जी इंडिपेंडेंट नहीं हैं. हमें इंपोर्ट करना पड़ता है. लेकिन इथेनॉल ब्लेंडिंग से एक लाख करोड़ रुपये का फर्क पड़ा है. ये पैसा किसानों की जेब में गया है. मैं बचत की बात कर रहा हूं, लेकिन पहले अखबारों की हेडिंग होती थी. इतने लाख के घोटाले, 10 साल हो गए ये घोटाले न होने से भी लाखों करोड़ रुपये बचे हैं. ये पैसे जनता की सेवा में लगे.”
शीशमहल बनाने में नहीं, देश बनाने में लगाया पैसा
AAP और अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा, “हमने पैसों का इस्तेमाल शीशमहल बनाने में नहीं किया, देश बनाने में किया है. इंफ्रास्ट्रक्चर का बजट 1.80 लाख करोड़ था. आज 11 लाख करोड़ रुपया बजट है. सरकारी खजाने में बचत हुई, वो तो एक बात है. हमने इस बात पर भी ध्यान रखा कि जन सामान्य को भी बचत का लाभ मिलना चाहिए.”
हमने ज्यादा से ज्यादा युवाओं पर किया फोकस
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए PM मोदी ने कहा, “जिन्होंने (राजीव गांधी) तब 21वीं सदी की बातें की थीं, वो 20वीं सदी की जरूरतों को भी पूरा कर नहीं पाए. हम 40-50 साल लेट हैं. जो काम पहले हो जाने चाहिए, वो नहीं हुए. 2014 से जनता ने मौका दिया हमने ज्यादा से ज्यादा युवाओं पर फोकस किया. हमें युवाओं की आकांक्षाओं पर बल दिया. हमने ज्यादा अवसर बनाए. कई क्षेत्रों को खोल दिया और देश के युवा अपने सामर्थ्य का परचम लहरा रहे हैं.”
आज बैंडेज भी लगा दिया
मोदी ने अपने भाषण में 12 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स फ्री करने पर राहुल गांधी के तंज का जवाब भी दिया है. राहुल गांधी ने कहा था कि ये बुलेट इंजुरी पर बैंडेज लगाने जैसा है. इसके जवाब में PM मोदी ने कहा, “2014 के पहले ऐसे बम गोले फेंके गए, बंदूक की ऐसी गोलियां चलाई गई कि देशवासियों को जीवन छलनी कर दिया गया था. हम उन घावों को भरते हुए आगे बढ़े हैं. हमने 12 लाख तक की इनकम टैक्स फ्री कर दी है. हम लगातार ये करते आए हैं. बीच-बीच में घाव भरते आए हैं. आज बैंडेज बाकी था वो भी कर लिया. पहली अप्रैल के बाद देश में सैलरी क्लास को पौने तेरह लाख यानी 12.75 लाख रुपये तक कोई इनकम टैक्स नहीं देना पड़ेगा.”
हमारी सरकार ने न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर को किया ओपन
मोदी ने कहा, “स्पेस सेक्टर खोला, डिफेंस को खोला, सेमीकंडक्टर मिशन लेकर आए, इनोवेशन के लिए योजनाएं लाए, स्टार्टअप इंडिया, इकोसिस्टम डेवलप किया. हमने न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर को ओपन कर दिया। इसका असर आगे देखने को मिलेगा.”
क्रिएटिविटी वर्ल्ड का कैपिटल भारत क्यों न बने
मोदी ने इस दौरान भारत को क्रिएटिविटी वर्ल्ड का कैपिटल बनाने पर जोर दिया. प्रधानमत्री ने कहा, “AI, थ्रीडी प्रिंटिंग, रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलटी की चर्चा हर जगह हो रही है. हम तो गेमिंग का महात्म्य क्या है, इसके लिए भी प्रयास करते हैं. क्रिएटिविटी वर्ल्ड का कैपिटल भारत क्यों न बने. AI शब्द फैशन में है तो कुछ लोग बोलते हैं. मेरे लिए डबल AI है. एक AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दूसरा एस्पिरेशनल इंडिया. हमने स्कूलों में 10 हजार टिंकरिंग लैब बनाए. उसमें से निकले बच्चे रोबोट बनाकर चकित कर रहे हैं. इस बजट में 50 हजार टिंकरिंग लैब्स का प्रावधान किया गया.”
हम जहर की राजनीति नहीं करते
मोदी ने कहा, “जब सत्ता सेवा बन जाए तो राष्ट्र निर्माण होता है. जब सत्ता को विरासत बना दिया जाए, तब लोकतंत्र खत्म हो जाता है. हम जहर की राजनीति नहीं करते हैं. हम देश की एकता को सर्वोपरि रखते हैं और इसलिए सरदार पटेल का दुनिया का सबसे बड़ा स्टैच्यू बनाते हैं. उनका स्मरण करते हैं. वो जनसंघ के नहीं थे.”
संविधान के लिए जीने वाले यहां बैठे हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमने इसके लिए कानून भी बनाया और आज इलेक्शन कमीशन बनता है तो अपोजिशन लीडर उस प्रक्रिया में शामिल होता है. पहले ही कहा कि संविधान को जीते हैं. दिल्ली में आपको कई स्थान ऐसे मिलेंगे, जहां कुछ परिवारों ने अपने म्यूजियम बनाकर रखे हैं. जनता के पैसों से काम हो रहा है, लोकतंत्र की आत्मा क्या होती है. हमने PM म्यूजियम बनाया. देश के पहले से लेकर मेरे पूर्व तक के सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन और कार्य को दिखाय गया है. मैं तो चाहूंगा कि इस म्यूजियम में जो महापुरुष हैं, उनके परिवारों को देखना चाहिए, लगे कि कुछ जोड़ना है तो बताना चाहिए. अपने लिए तो सब करते हैं, संविधान के लिए जीने वाले यहां बैठे हैं.”
अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे
मोदी ने कहा, “देश का दुर्भाग्य है कि आजकल कुछ लोग अर्बन नक्सल की भाषा खुलेआम बोल रहे हैं. अर्बन नक्सल जिन बातों को बोलते हैं. वो इंडियन स्टेट के सामने मोर्चा लेने की बात करते हैं. ये अर्बन नक्सल की भाषा बोलने वाले इंडियन स्टेट के खिलाफ लड़ाई की घोषणा करने वाले, न इंडियन स्टेट को समझ सकते हैं न देश की एकता को जान सकते हैं.”
21वीं सदी टेक्नोलॉजी ड्रिवेन सेंचुरी
PM मोदी ने कहा, “हमने डीप टेक के क्षेत्र में निवेश की बात की है. 21वीं सदी पूरी तरह टेक्नोलॉजी ड्रिवेन सेंचुरी है. ऐसे में इस क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ना जरूरी है. हम लगातार युवा भविष्य को ध्यान में रखते हुए काम कर रहे हैं. कुछ दल हैं जो लगातार युवाओं को धोखा दे रहे हैं. ये दल चुनाव के समय ये भत्ता देंगे, वो भत्ता देंगे वादे करते हैं, पूरा नहीं करते.”
PM मोदी के इस बयान पर विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस पर स्पीकर ओम बिरला ने गरिमा प्रतिष्ठा बनाए रखने की अपील की.
हमारी सरकार ने आदिवासी मंत्रालय बनाया
मोदी ने कहा, “संविधान भेदभाव का अधिकार नहीं देता. जो संविधान को जेब में लेकर घूमते हैं, उन्होंने मुस्लिम बेटियों को कैसी स्थिति में जीने को मजबूर कर दिया था. हमने उन बेटियों को समानता का अधिकार दिया. जब भी देश में NDA की सरकार रही, हमने लंबे विजन के साथ काम किया है. पता नहीं देश बांटने के लिए कैसी भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन हमारी सोच कैसी है. NDA के साथी किस दिशा में सोचते हैं. हमने पूर्वोत्तर के लिए अलग मंत्रालय बनाया. आदिवासी मंत्रालय बनाया. फिशरीज के लिए अलग मंत्रालय बनाया.”
OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया
प्रधानमंत्री ने कहा, “आजकल कुछ लोगों के लिए जाति की बात करना फैशन हो गया है. पिछले 30 साल से सदन में आने वाले OBC समाज के सांसद एक होकर मांग कर रहे थे कि OBC कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया जाए. जिन लोगों को आज जातिवाद में उन्हें उस वक्त OBC की याद नहीं आई. हमने OBC आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया. पिछड़ा वर्ग आयोग आज संवैधानिक व्यवस्था बन गया.”
मेडिकल कॉलेजों की संख्या 780 हुई
प्रधानमंत्री ने कहा, “2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी, आज 780 मेडिकल कॉलेज हैं. अब मेडिकल कॉलेज बढ़े तो सीटें भी बढ़ीं. 2014 से पहले हमारे देश में SC छात्रों की MBBS की सीट 70700 थीं. आज संख्या बढ़कर SC समाज के 17000 MBBS डॉक्टर बन सकेंगे. 2014 के पहले ST छात्रों के लिए MBBS की सीटें 3800 थीं, आज करीब 9 हजार है. 2014 के पहले OBC के छात्रों के लिए 14 हजार से भी कम सीटें थीं. आज लगभग 32 हजार हो गई हैं.”
हमने कैंसर दवाइयों को सस्ता करने की दिशा में कदम उठाया
मोदी ने कहा, “कुछ लोग हैं, जो गरीब को, बुजुर्गों को आरोग्य की सेवाएं मिलने में अड़ंगे डाल रहे हैं. ऐसा राजनीतिक स्वार्थ्य के कारण किया जा रहा है. कुछ राजनीतिक दलों ने अपने संकुचित मानस के कारण कुनीतियों के कारण गरीबों के लिए अस्पतालों के दरवाजे बंद करके रखे हुए हैं. इसका नुकसान कैंसर मरीजों को उठाना पड़ा. बजट में भी हमने कैंसर दवाइयों को सस्ता करने की दिशा में अहम कदम उठाया है.”
तुष्टिकरण नहीं संतुष्टिकरण के रास्ते पर चले
मोदी ने कहा, “हम हर योजना के पीछे शत प्रतिशत लागू करने के लिए लगे हैं कि कोई भी लाभार्थी छूट न जाए. हम चाहते हैं कि जिसका हक है, उसको मिलना चाहिए. एक रुपया और 15 पैसे का खेल नहीं चल सकता. कुछ लोगों ने मॉडल ही ऐसा बनाया कि कुछ को दो और बाकियों को तड़पाओ और तुष्टिकरण, हमने रास्ता चुना है संतुष्टिकरण और उस रास्ते पर हम चले हैं. हर समाज, हर वर्ग के लोगों को जो उसके हक का है, उसको मिलना चाहिए. जब सौ प्रतिशत सैचुरेशन की बात करता हूं तो ये असल में सामाजिक न्याय और संविधान का सम्मान है.”
राहुल गांधी को विदेश में दिए गए स्पीच पर घेरा
PM मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें अमेरिकी एनालिस्ट ब्रुस रिडेल की लिखी किताब JFK’s Forgotten Crisis: Tibet, the CIA, and the Sino-Indian War पढ़ने की सलाह दे दी है. प्रधानमंत्री ने कहा, “यहां विदेश नीति की भी चर्चा हुई, कुछ लोगों को लगता है कि जब तक फॉरेन पॉलिसी न बोलें, तब तक मेच्योर नहीं लगेंगे. ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर सच में इस सब्जेक्ट में दिलचस्पी है. उसे समझना है और आगे जाकर कुछ करना है… तो वो एक किताब जरूर पढ़ें, इसके बाद कब और कहां क्या बोलना है, इसकी समझ आ जाएगी. किताब का नाम जेएफके की फॉरगेटन क्राइसेस है.”
राष्ट्रपति के खिलाफ बोलना विकृत मानसिकता
मोदी ने सोनिया गांधी के राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू को ‘बेचारी’ बोलने पर भी जवाब दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा, ” ‘राष्ट्रपति जी के भाषण के बाद, एक महिला, एक गरीब का सम्मान न कर सकें आपकी मर्जी है, लेकिन क्या-क्या कहकर उन्हें अपमानित किया जा रहा है. मैं राजनीतिक हताशा समझ सकता हू्ं, लेकिन एक राष्ट्रपति के खिलाफ? क्या कारण है?”
गिनाईं अपनी सरकार की उपलब्धियां
-मोदी ने कहा कि 12 हजार इलेक्ट्रिक बसों ने देश में दौड़ाना शुरू कर दिया है. दिल्ली को भी ये सेवा दी गई है. बड़े शहरों में गिग इकोनॉमी बन रही है. लाखों युवा इसमें जुड़ रहे हैं.
-उन्होंने कहा कि ई-श्रम पर ऐसे गिग वर्कर्स की रजिस्ट्री करवाएं, उनको आईडी कार्ड मिलेगा और उन्हें आयुष्मान का लाभ दिया जाएगा. अनुमान है कि देश में करीब एक करोड़ गिग वर्कर्स हैं.
-मोदी ने कहा कि मेट्रो नेटवर्क थ्री टियर, टू टियर सिटीज में पहुंच रहा है. एक हजार किलोमीटर ये नेटवर्क पार कर गया है. आने वाले समय में एक हजार किलोमीटर और बढ़ेगा.
-प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रोसेस्ड सी फूड, जिसे लेकर कुछ लोगों को दर्द पता नहीं क्यों हुआ, बिहार का मखाना दुनिया में पहुंचने वाला है. मोटा अनाज दुनिया के बाजारों में भारत की शान बढ़ाएगा.
-उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए फ्यूचर रेडी शहर भी जरूरी हैं. हमारा देश तेजी से अर्बनाइजेशन की तरफ बढ़ रहा है. इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार अवसरों का प्रसार होता है. कनेक्टिविटी से संभावनाएं बनती हैं। दिल्ली-यूपी को रोकने वाली पहली नमो रेल. जिसमें मैंने यात्रा की. आने वाले दिनों में हम भारत के सभी देशों में ऐसी कनेक्टिविटी लाएंगे.
-मोदी ने कहा, “जो संविधान की बात करते हैं, उन्हें ज्यादा ज्ञान नहीं है. पानी की योजनाओं को लेकर अंबेडकर का विजन था. 100 से ज्यादा लटकी पड़ी सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया. हमारी हल्दी की सबसे ज्यादा मांग बढ़ी है.”
-प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड के बाद सप्लाई चेन खत्म हो गई. आज भारत सरकार को जो बोरा यूरिया का 3 हजार में मिलता है, सरकार ने बोझ झेला और किसान को 300 से भी कम रेट में दिया है. किसानों को सस्ती खाद मिले, इस एक काम के लिए 10 साल में 12 लाख करोड़ खर्च किया गया है.
-मोदी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि को करीब साढ़े तीन लाख रुपये डायरेक्ट किसान के खाते में गए. बीते दशक से 3 गुना ज्यादा हमने खरीदी की है, एमएसपी बढ़ाई. सस्ते ऋण के लिए 3 गुना वृद्धि की गई.
-उन्होंने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किए बिना पूरा नहीं हो सकता है. रूरल इकॉनमी के हर क्षेत्र को छूने का हमने प्रयास किया है. खेती-किसानी अहम है. किसान मजबूत स्तंभ है. खेती के बजट में हमने 10 गुना वृद्धि की है.
-मोदी ने कहा कि तीसरी सरकार बनने के बाद 50 लाख से ज्यादा लखपति दीदी की जानकारी हम तक पहुंची है. टोटल करीब सवा करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. हमारा लक्ष्य 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाएंगे.
-मोदी ने कहा कि 2014 से पहले खिलौने जैसी चीजें इम्पोर्ट करते थे. आज छोटे उद्योग दुनिया में एक्सपोर्ट कर रहे हैं और खिलौने के आयात में कमी आई. खिलौनों के एक्सपोर्ट में 239 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. इलेक्ट्रिकल सामान एक्सपोर्ट कर रहे हैं.
ये तो हमारा तीसरा ही टर्म
मोदी ने उम्मीद जताई कि NDA सरकार आने वाले कई सालों तक ऐसे ही काम करती रहेगी. उन्होंने कहा, “विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए देश बड़े आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है. ये कोई सरकारी सपना नहीं है, हर एक नागरिक का सपना है. दुनिया के कई देशों ने 20-25 साल में ऐसा करके दिखाया है. भारत के साथ तो डेमोग्राफी है. हम क्यों नहीं कर सकते. 2047 तक हम ऐसा करके रहेंगे. अभी हमें और भी बड़े लक्ष्य प्राप्त करने हैं और हम करके रहेंगे. ये तो हमारा तीसरा ही टर्म है. हम देश की आवश्यकता के अनुसार विकसित भारत बनाने के लिए आने वाले अनेक वर्षों तक जुटे रहने वाले हैं.”
PM मोदी के भाषण के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव लोकसभा से पारित हो गया. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही 6 फरवरी ( गुरुवार) की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया. बुधवार को दिल्ली चुनाव की वजह से संसद की कार्यवाही नहीं होगी.