Kota Suicide Engineering aspirant hangs self in Kota Minister Madan Dilawar cited love affair | कोटा में एक और छात्र ने की खुदकुशी, मंत्री मदन दिलावर बोले
Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की खुदकुशी का सिलसिला थम नहीं रहा है. शनिवार (18 जनवरी) को 16 वर्षीय एक और छात्र ने कथित तौर पर जान दे दी. घटना जवाहर नगर इलाके में शनिवार और शुक्रवार की दरमियानी रात की है. अधिकारियों ने बताया कि छात्र जेईई की तैयारी कर रहा था. घर के कमरे से सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. बता दें कि 48 घंटे में खुदकुशी की दूसरी घटना है. ओडिशा के रहने वाले छात्र का शव हॉस्टल में पाया गया था.
कोटा में इस साल अब तक खुदकुशी का चौथा मामला सामने आ चुका है. खुदकुशी के लगातार बढ़ रहे मामले पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का बयान सामने आया है. उन्होंने कोचिंग छात्रों की खुदकुशी का कारण प्रेम प्रसंग बताया है. शिक्षा मंत्री ने अभिभावकों से बच्चों के प्रति सचेत रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि बच्चों पर पढ़ाई का दबाव नहीं दिया जाना चाहिए. पिछले साल कोटा में कोचिंग छात्रों की 17 खुदकुशी का मामला सामने आया था. मंत्री मदन दिलावर बूंदी में कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
कोटा में छात्रों की खुदकुशी पर क्या बोले शिक्षा मंत्री?
पत्रकारों ने मंत्री से कोटा के छात्रों की खुदकुशी से जुड़ा सवाल पूछा गया था. उन्होंने अभिभावकों को नसीहत देते हुए कहा कि बच्चों पर पढ़ाई का बोझ नहीं डाला जाना चाहिए. अभिभावकों को भी चाहिए कि बच्चों के प्रति सतर्क रहें. मंत्री मदन दिलावर ने कहा, “मेरे बयान से नाराजगी हो सकती है. लेकिन समझना चाहिए कि हर बच्चे की खुद की दिलचस्पी होती है. इच्छा के विपरीत कैरियर अपनाने में मिली नाकामी बच्चों को तनावग्रस्त बना देती है. कोचिंग संस्थानों की सीमित भूमिका है. खुदकुशी के कुछ मामलों में देखा गया है कि प्रेम प्रसंग का भी एंगल है. इसलिए अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों की गतिविधियों और दैनिक कार्यों पर नजर रखें.”
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