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Illegally Settling Bangladeshi in Delhi Syndicate Busted Entered India Through Donkey Route make fake Aadhaar PAN Card 


दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशियों को अवैध रूप में भारत में घुसपैठ करवा कर गैरकानूनी रूप से दिल्ली में बसाने वाले एक बड़े सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हैं. 

पकड़े गए चारों आरोपियों में से अनीश शेख, जो खुद बांग्लादेश का रहने वाला है और करीब पंद्रह साल पहले अवैध रूप से घुसपैठ कर भारत आ गया था और दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने का काम कर रहा था. इसी के साथ पुलिस ने अनीश की पत्नी सपना, साथी अमीनुर इस्लाम और आशीष मेहरा के साथ पकड़ा है, जो इस सिंडिकेट को चला रहा था. इसके तहत ये लोग भारत से लगे बांग्लादेश बॉर्डर पर डंकी रूट से घुसपैठ करवाते थे.

घुसपैठ के रूट, चार मॉड्यूल के जरिए घुसपैठ

मॉड्यूल 1

पुलिस के मुताबिक इस सिंडिकेट का पहला मॉड्यूल बांग्लादेश के अंदर काम करता था, जो बांग्लादेश के दुर्गा पर से भारत के बाघमारा बॉर्डर के जरिए मेघालय में घुसपैठ करवाता था. उसके बाद जंगली रास्तों से डंकी रूट से बांग्लादेशियों को घुसपैठ करवाता था. इस मॉड्यूल की कमान अनीश शेख संभालता था.
उसके बाद बाघमारा में पहुंचने के लिए ये लोग ऑटो रिक्शा, मोटर साइकिल या फिर पैदल चलकर बाघमारा पहुंचते थे.

मॉड्यूल 2

मेघालय के बाघमारा बॉर्डर से घुसपैठियों को मिनी बस के जरिए असम के कृष्णाई तक लाते थे, जो करीब डेढ़ सौ किलोमीटर का रास्ता होता है. इस मॉड्यूल की कमान अमीनुर इस्लाम संभालता था.

मॉड्यूल 3

ये मॉड्यूल कृष्णाई से ट्रेन के जरिए घुसपैठियों को कोलकाता लाते थे या फिर बस के जरिए बोंगई गांव लाया जाता था. ये रास्ता करीब 75 किलोमीटर का था. इस मॉड्यूल की कमान भी अमीनुर इस्लाम ही संभालता था.

मोड्यूल 4

चौथे मोड्यूल का काम, जिसे अनीश की पत्नी सपना संभालती थी, जिसने घुसपैठियों को कोलकाता या बोंगई गांव से ट्रेन के जरिए दिल्ली लाया जाता था. उसके बाद दिल्ली में अनीश शेख का काम शुरू होता, जो अवैध रूप से दिल्ली लाए गए घुसपैठिए के अवैध कागजात बनवाकर, उन्हें दिल्ली में बसाने का काम करता था.

कैसे बनते थे आधार कार्ड अन्य कागजात

अवैध रूप से दिल्ली में बसाने के लिए इन बांग्लादेशियों के फर्जी आधार कार्ड और कागजात बनवाने का काम आशीष मेहरा और उसके साथी मनमोहन संभालता था. फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए jantaprints.site और भारत सेवा नाम की वेबसाइट का इस्तेमाल होता था.

आरोपियों से क्या हुई बरामदगी?

साउथ जिले से पुलिस ने अभी तक सात बांग्लादेशी को डिपोर्ट किया है. दिल्ली पुलिस ने 28 दिसंबर को 2 बांग्लादेशी गिरफ्तार किए थे. उनसे इस रैकेट के बारे में जानकारी मिली. पकड़े गए आरोपियो की निशानदेही से 6 आधार और 5 पैन कार्ड बरामद किए है. साथ ही इसने बैंक अकाउंट की ट्रांजेक्शन की जांच भी की जा रही है. 

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