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Atul Subhash Suicide Case: बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड का मामला अब गहराता जा रहा है. सुसाइड करने से पहले अतुल ने 90 मिनट का वीडियो जारी करते हुए पत्नी निकिता और लॉ सिस्टम पर गंभीर उठाए. अतुल के पिता पवन मोदी के अनुसार उनसे कहा था कि फैमिली कोर्ट कानून का पालन नहीं करता है. 

40 बार बेंगलुरु से जौनपुर गया अतुल

पिता के मुताबिक अतुल ने कहा, “जज और अन्य लोगों ने कानून का पालन नहीं किया. यहां तक कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का भी पालन नहीं किया.” उन्होंने कहा कि मेरा बेटा 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर गया. एक धारा खत्म होती थी तो निकिता दूसरी धारा लगा देती थी. उन्होंने कहा, “इन बातों को लेकर वह भीतर से फ्रस्ट्रेट था. हालांकि, उसने हमें कभी इस चीज को महसूस नहीं होने दिया. हमें अचानक खबर मिली.”

पत्नी सहित उनके परिजनों पर मामला दर्ज

इस मामले में अतुल की पत्नी सहित उनके परिवार के चार लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया. जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है उसमें अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला अनुराग सिंघानिया और पत्नी के चाचा सुशील सिंघानिया शामिल हैं.

81 मिनट के वीडियो में अतुल सुभाष ने बताया कि उन्होंने 2019 में निकिता को एक मैचमेकिंग वेबसाइट पर ढूंढ़ने के बाद शादी की थी। अगले साल दंपति को एक बेटा हुआ। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी का परिवार बार-बार कई लाख रुपये की मांग करता था। जब उन्होंने और पैसे देने से इनकार कर दिया, तो उनकी पत्नी 2021 में अपने बेटे के साथ बेंगलुरु से चली गईं.

मेरे बेटे को प्रताड़ित किया- अतुल की मां

अतुल ने कहा है कि उनकी पत्नी और उनके परिवार ने पहले मामले को निपटाने के लिए 1 करोड़ की मांग की, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 3 करोड़ रुपया कर दिया. अतुल की मां ने कहा, “उन्होंने मेरे बेटे को प्रताड़ित किया, हमें प्रताड़ित किया, लेकिन मेरे बेटे ने सबकुछ अपने ऊपर ले लिया. उसने सबकुछ सहा और हमें तकलीफ नहीं होने दी.”

ऐसे मामलों से निपटने वाले कानून के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते हुए अतुल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “मैं जितना अधिक मेहनत करूंगा और अपने काम में बेहतर होता जाऊंगा, उतना ही अधिक मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जाएगा और मुझसे पैसे ऐंठे जाएंगे और पूरी कानूनी व्यवस्था प्रोत्साहित करेगी. मेरे जाने के बाद, कोई पैसा नहीं बचेगा और मेरे बूढ़े माता-पिता और मेरे भाई को परेशान करने का कोई कारण नहीं होगा.”

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