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Shashi Tharoor slammed BJP on its allegations against the United States State Department


Shashi Tharoor attacked BJP: अमेरिका ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि भारत को अस्थिर करने के प्रयासों के पीछे अमेरिकी डीप स्टेट तत्व हैं, जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने रविवार को भाजपा पर निशाना है. उन्होंने कहा कि यह आक्रामक व्यवहार भारत के लिए शर्मिंदगी की बात है.

अमेरिका ने शनिवार को भाजपा के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा वित्तपोषित संगठन और अमेरिकी डीप स्टेट तत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उद्योगपति गौतम अदाणी पर लक्षित हमलों के माध्यम से भारत को अस्थिर करने के प्रयासों के पीछे हैं. ऐसा माना जाता है कि डीप स्टेट सरकार, नौकरशाही, खुफिया एजेंसियों और अन्य सरकारी संस्थाओं के अंदर स्थापित एक अनधिकृत गुप्त नेटवर्क है. 

शशि थरूर ने साधा बीजेपी पर निशाना

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “यह स्पष्ट है कि भाजपा को न तो लोकतंत्र की समझ है और न ही कूटनीति की. वे ओछी राजनीति में इतने अंधे हो गए हैं कि वे लोकतंत्र में स्वतंत्र मीडिया और जीवंत स्वतंत्र नागरिक संस्थाओं के मूल्य को भूल गए हैं, और वे प्रमुख देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने में सत्तारूढ़ पार्टी की जिम्मेदारियों से अनजान हैं.” पूर्व विदेश राज्य मंत्री ने आगे कहा, ‘यह आक्रामक व्यवहार भारत के लिए शर्मिंदगी की बात है.”

आरोपों को बताया था निराशाजनक

अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने आरोपों को निराशाजनक बताया और कहा कि अमेरिका सरकार दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता की पैरोकार रही है. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया था कि अमेरिका की सरकारी संस्थाओं में शामिल तत्वों ने भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए मीडिया पोर्टल ओसीसीआरपी (ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट) और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ मिलीभगत की.

अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, “यह निराशाजनक है कि भारत में सत्तारूढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगा रही है.” अधिकारी ने कहा, “अमेरिका सरकार स्वतंत्र संगठनों के साथ काम करती है जो पत्रकारों के लिए पेशेवर विकास और क्षमता निर्माण प्रशिक्षण का समर्थन करती है. यह कार्यक्रम इन संगठनों के संपादकीय निर्णयों या दिशा को प्रभावित नहीं करता है.” 

(इनपुट भाषा के साथ) 



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