Jammu Kashmir Anti terrorism operations gagged area of Dachigam indian army ann
Anti Militancy Operation in Jammu Kashmir: श्रीनगर के बाहरी इलाके दाचीगाम के बीहड़ इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियान गुरुवार (दिसंबर) को अपने चौथे दिन में प्रवेश कर गया, वहीं भारतीय सेना के एक जवान की अचानक हृदयाघात से मौत हो गई. 2 दिसंबर की रात को शुरू किए गए इस अभियान के परिणामस्वरूप 3 दिसंबर को एक आतंकवादी को मार गिराया गया.
अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार सुबह जब सुरक्षा बल शहर के हारवन इलाके में फकीर गुजरी, दारा में आतंकवादियों की तलाश कर रहे थे, तो सेना के एक जवान को हार्ट अटैक हुआ. तुरंत ही जवान को उपचार दिया गया लेकिन जब तक पहाड़ उसको नीचे पहुंचाया जाता उसकी मृत्यु हो गयी. जवान की पहचान सेना की 34 असम राइफल्स के जसविंदर सिंह के रूप में की.
तलाशी अभियान चल रहा है
3 दिसंबर को पास के दाचीगाम में हुई मुठभेड़ के बाद हरवन के वन क्षेत्र में तलाशी अभियान चल रहा है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का आतंकवादी मारा गया था. मृतक आतंकवादी की पहचान कैमोह कुलगाम के जुनैद भट के रूप में हुई है और वह प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था.
छह गैर-स्थानीय मजदूर मारे गए थे
लश्कर-ए-तैयबा का श्रेणी ‘ए’ आतंकवादी भट 20 अक्टूबर को गंदेरबल के गगनगीर इलाके में एक सुरंग निर्माण स्थल के पास हुए हमले में शामिल था, जिसमें एक स्थानीय डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मजदूर मारे गए थे.
स्थानीय निवासियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने गुरुवार (5 दिसंबर) को हरवान के ऊपरी पहाड़ों में जंगल क्षेत्र में संदिग्ध ठिकानों को साफ करते समय रुक-रुक कर गोलीबारी के बीच बड़े पैमाने पर आंसू-गैस के गोले दागे. सूत्रों ने कहा कि संयुक्त बल क्षेत्र में कम से कम दो और आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी के कारण सावधानी से काम कर रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा, “चुनौतीपूर्ण इलाके, खड़ी पहाड़ियों और घने वनस्पतियों की विशेषता ने ऑपरेशन को जटिल बना दिया है. सुरक्षाकर्मी सफल परिणाम सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं.”
‘मौत ठंड के कारण हुई’
कश्मीर घाटी में इस समय भीषण ठंड की चपेट झेल रही है और आज रात श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 4.1 सेल्सियस तक लुढ़क गया जो पहाड़ी इलाके में माइनस 10 के आस पास था. अधिकारियों अनुसार जवान की मौत ठंड के कारण हुई इसका प्रमाण नहीं है लेकिन जांच आदेश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें: ‘बाबरी विध्वंस की बरसी के चलते मुझे किया गया नजरबंद’, मीरवाइज उमर फारूक का दावा