Student dies due to food poisoning, questions raised on Telangana government CM Revanth Reddy takes action
Telangana News: तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (TSWREIS) द्वारा संचालित एसटी आश्रम स्कूल में 28 अक्टूबर को दोपहर के भोजन के बाद 60 बच्चे बीमार पड़ गए थे. फूड पॉइजनिंग की वजह से इसमें एक 16 साल की छात्रा सैलजा की मौत हो गई थी.
इस घटना के बाद राज्य में शिक्षा व्यवस्था की सवाल खड़े हो रहे हैं. मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी, जिनके पास शिक्षा विभाग भी है, ने जिला कलेक्टरों और शिक्षा अधिकारियों को फटकार लगाई है. राज्य सरकार ने खाद्य विषाक्तता की घटनाओं से निपटने के लिए समितियों के गठन का आदेश दिया है, जबकि तेलंगाना के दो मंत्रियों ने दावा किया है कि ये मौतें विपक्षी बीआरएस द्वारा रची गई साजिश से जुड़ी हैं.
49 छात्रों की मृत्यु के बाद स्कूल गहन जांच के दायरे में
तेलंगाना सोशल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी आवासीय शैक्षणिक संस्थान चलाती है. इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों के छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाती है. इस वर्ष के दौरान 49 छात्रों की मृत्यु के बाद स्कूल गहन जांच के दायरे में हैं. इसमें 30 छात्रों की मौत आत्महत्या से हुई है. इसके अलावा पांच छात्रों की मौत फूड पॉइजनिंग की वजह से हुई है. वहीं, 14 अन्य छात्रों की मौत अन्य बीमारियों की वजह से हुई है.
‘पहले भी की थी शिकायतें’
शैलजा के पिता चौधरी तुकाराम ने स्कूल पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि 28 अक्टूबर को जब कई छात्राओं को उल्टियां होने लगीं, तो स्कूल ने अभिभावकों को तुरंत सूचित किए बिना ही उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया. तुकाराम ने कहा, “हमने स्कूल की लापरवाही के कारण अपने समुदाय की एक होनहार लड़की को खो दिया.”
उन्होंने बताया, “खाने की गुणवत्ता को लेकर पहले भी शिकायतें थीं. जब मेरी बेटी की हालत खराब हो गई, तो वे उसे अगले दिन मनचेरियल सरकारी अस्पताल ले गए और दोपहर 3 बजे हमें फोन किया. दो दिन बाद, वे उसे NIMS (निज़ाम इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज), हैदराबाद ले गए. 17 दिनों तक ज़िंदगी के लिए संघर्ष करने के बाद उसकी मौत हो गई. वह कक्षा 9 में पढ़ती थी.
‘नहीं हो रहा है नियमों का पालन’
स्कूल शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि रसोइये और खाना परोसने वाले मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन नहीं कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा, “स्वच्छ परिस्थितियों में खाना तैयार करने के लिए नियम, प्रक्रिया और दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. हालांकि, कुछ लोग इनका पालन नहीं करते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग की घटनाएं होती हैं.”
राज्य में सियासी पारा बढ़ा
सैलजा की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. गुरुवार को उन्होंने जिला कलेक्टरों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की खिंचाई की और उनसे कहा कि वे छात्रों को अपने जैसा समझें. तेलंगाना सरकार ने दो पैनल गठित करने का भी आदेश दिया है, इसमें एक संस्थान स्तरीय खाद्य सुरक्षा समिति और दूसरी टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है.
वहीं तेलंगाना की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री डी. अनसूया और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने शुक्रवार को कहा कि आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों में खाद्य विषाक्तता के मामलों के पीछे कथित तौर पर विपक्षी बीआरएस की साजिश है.