Farooq Abdullah on Congress mallikarjun kharge statement on article 370 Jammu Kashmir News
Jammu Kashmir Politics: अनुच्छेद 370 को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने जो बयान दिया था उसके बाद विपक्ष यह दावा करने लगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है. अब इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) का बयान आया है, ”हमारी मंशा साफ है, ना इधर जा रहे ना उधर.”
पीडीपी अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर नेशनल कॉन्फ्रेंस को घेर रही है. लोग सवाल कर रहे हैं कि यह वादा केवल स्टेटहुड को लेकर था या फिर अनुच्छेद 370 को लेकर भी था. इस पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”विपक्ष ये बातें करते हैं. उनके पास कोई मकसद नहीं है. हमारा मंसूबा साफ है. इससे ना अलग इधर जा रहे ना उधर जा रहे. बातें तो होती रहती हैं. उनके पास बात करने के लिए कुछ होना चाहिए. बात नहीं करेंगे तो जिंदा कैसे रहेंगे. उनको जिंदा रहना चाहिए.”
#WATCH | On promises made in his party’s manifesto, criticism by the Opposition and Congress President Mallikarjun Kharge’s statement on Article 370, JKNC President Dr Farooq Abdullah says, “What we had said is clear and we are following it, stand by it. If they (Opposition)… pic.twitter.com/o2tH2Si861
— ANI (@ANI) November 19, 2024
क्या इसलिए आर्टिकल 370 पर बोलने से बच रहे फारूक अब्दुल्ला?
मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल में कहा था कि जब आर्टिकल 370 को निरस्त करने का प्रस्ताव संसद में पारित हो चुका है तो फिर बीजेपी इस मुद्दे को क्यों उठा रही है. ऐसे में सत्तारूढ़ गठबंधन में वैचारिक मतभेद के सवाल उठने लगे. हालांकि फारूक अब्दुल्ला ने साफ किया है कि गठबंधन में कुछ भी मतभेद नहीं है. क्या फारूक अब्दुल्ला इसलिए आर्टिकल 370 पर नहीं बोल रहे कि महाराष्ट्र चुनाव हैं और इस मुद्दे को वहां भुनाया जा रहा है? इस पर उन्होंने कहा, ”जिसको जो कहना है कहें हमें कोई खतरा नहीं है. महाराष्ट्र चुनाव हो रहा है अच्छे से हो जाएगा.”
फारूक अब्दुल्ला ने मीरवाइज उमर फारूक को लोकर कहा कि अब वह आजाद हैं. अपनी बात कह सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि वह जम्मू-कश्मीर को बेहतर बनाने में मदद करेंगे ताकि बेकारी और बदहाली दूर हो.
पिछले दिनों उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा व्यवस्था और विकास परियोजनाओं को लेकर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में सीएम उमर अब्दुल्ला को नहीं बुलाया था. इस पर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए थे तो फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि हमें सरकार में आए केवल एक महीना ही हुआ है और समय पर सबकुछ होगा.
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