Sanatan Dharma Sansad in Delhi Devkinandan Thakur Pradeep Mishra Waqf Board Vote Jihad issues ann
Delhi Dharam Sansad: दिल्ली में आयोजित सनातन धर्म संसद में देश भर के तमाम साधु संत, धर्माचार्य और कथावाचक जुड़े और देश सनातन बोर्ड बनाने की मांग को लेकर अपनी बातें रखी. कथावाचक देवकीनंदन के आह्वान पर इस सनातन धर्म संसद का आयोजन किया गया जिसमें तीन प्रमुख मुद्दे थे. पहला देश में सनातन बोर्ड बनाया जाए. दूसरा कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराया जाए जबकि तीसरा तिरुपति बालाजी के मंदिर में पशुओं की चर्बी मिले प्रसाद का विरोध भी शामिल थी.
धर्म संसद की शुरुआत में देवकीनंदन ने नारा दिया कि ‘अभी नहीं तो कभी नहीं’ और ‘बहुत सह लिया अब न सहेंगे. हिन्दू हक लेकर रहेंगे’. और तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट ना हो. गुरुकुल परंपराओं को पुनर्जीवित करने, धर्म परिवर्तन रोकने के लिए सनातन बोर्ड की जरूरत बताई. इसके बाद अलग अलग धर्मगुरुओं ने ना सिर्फ सनातन बोर्ड को लेकर बल्कि महाराष्ट्र चुनाव से लेकर लव जिहाद और धर्मांतरण से लेकर कन्हैयालाल हत्याकांड पर भी अपनी बात रखी.
‘अब तो वोट जिहाद भी चलने लगा’
अभय महाराज ने आर्थिक बहिष्कार की बात करते हुए कहा कि एक तरफ वो लोग हैं जो धार्मिक शिक्षा के नाम पर हिंसा करना सीखता है और एक हम हैं जो अभी भी सनातन बोर्ड की मांग कर रहें हैं. समय आ गया है कि विधर्मियों के साथ व्यापार और व्यवहार सदा के लिए बंद कर देना चाहिए. वहीं, राजू दास महाराज ने चुनावों में वोट जिहाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि अभी तक तो मूत जिहाद चल रहा था, थूक जिहाद चल रहा था, लव जिहाद चल रहा था, धर्मांतरण जिहाद चल रहा था, लेकिन अब तो वोट जिहाद भी चलने लगा. इसलिए हिंदुओं जग जाओ. कश्मीर से तो भगा दिए गए हो. बांग्लादेश से भगाए गए हो. अगर भारत से भगा दिए जाओगे तो कहां जाओगे? बताओ कहां जाओगे? इसलिए हिंदू अगर सेकुलर हो जाएगा तो कैसे चलेगा? इसीलिए अभी भी समय है सुधार जाओ. इसलिए कहता हूं कि अभी नहीं तो कभी नहीं.
‘जितने घर में सदस्य हैं उतने हो औजार ‘
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने धर्म संसद में आए लोगों से पूछा कि कब तक साधु संत आपको जगाते रहेंगे? आप खुद कब जागोगे? आज सनातनियों के घर में कितनी तलवारें, डंडे, फरसे, बरछी होंगी? 2 या 3 होंगी लेकिन मैं कहता हूं कि जितने घर में सदस्य हैं उतने ही औजार भी होना चाहिए. मुस्लिम धर्मगुरू तौकीर रजा के रूह कांप जाएगी वाले बयान का जिक्र करते हुए मिश्र ने कहा कि एक विधर्मी कहता है कि हमने अपने लड़कों को रोक रखा है? लेकिन उसे ये नहीं पता कि हमारे कथाओं में लाखों लोग आते हैं और हमारे एक इशारे पर वे कुछ भी कर सकते हैं
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बनकर रहेगा सनातन बोर्ड
साध्वी सरस्वती ने सनातन बोर्ड के गठन को लेकर हुंकार भरी और कहा कि सनातन बोर्ड बनेगा और बनकर रहेगा, किसी के माई के लाल में दम नहीं है कि इसे रोक ले. जो कोई भी छेड़ेगा हिंदुओं की हस्ती को हम मिटा देंगे उसकी हर एक बस्ती को. उन्होंने ये भी कहा कि हिन्दू महिलाओं से कहना चाहती हूं कि लाखों लाखों के गहने जरूर खरीदो, लेकिन इसके साथ ही एक-एक हजार की तलवार भी खरीद कर जरूर रख लेना.
आतंकवादियों के समर्थन में खड़ी है कांग्रेस
अयोध्या के राम विलास वेदांती ने कहा कि आज इस देश के अंदर आतंकवादियों के समर्थन में कांग्रेस खड़ी है. लेकिन सनातन धर्म की रक्षा के लिए नहीं खड़ी है. कुंभ मेला होने वाला है और इसमें कानून बनना चाहिए कि कुंभ मेले के 40 किमी के अंदर किसी मुस्लिम का प्रवेश नहीं होना चाहिए. क्योंकि मक्का में भी 40 किमी के अंदर गैर मुस्लिम का प्रवेश नहीं होता है.
‘शस्त्र उठाना ही पड़ेगा अब’
धर्म संसद में सिख धर्म के भी एक धर्मगुरु बाबा हरजीत सिंह रसूलपुर भी शामिल हुए. उन्होंने मंच से तलवार दिखाते हुए कहा कि अब तो शस्त्र उठाना ही पड़ेगा. अपने धर्म को बचाने के लिए शस्त्र उठाना ही पड़ेगा. आप लोग जब तक शस्त्रधारी नहीं होंगे तब तक पिटते रहेंगे. विवादित टिप्पणी करते हुए बाबा ने कहा कि अगर किसी का शीश लेने की जरूरत पड़ी तो उसका शीश लेकर भी रहेंगे. कलम तो सीखनी है. लेकिन साथ में हथियार चलाना भी सीखना है.
धर्म संसद में महाराष्ट्र चुनाव का मुद्दा भी खून चला. मंच से एक धर्मगुरु ने कहा कि महाराष्ट्र में जाकर ओवैसी बोलता है कि हमने अपने छोटे भाई को रोक रखा है. अरे तुम दोनों भाई समझ लो कि हमने एक अरब हिंदुओं को समझा कर रखा है. विवादित बयान देते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन हमने छोड़ दिया उस दिन इस्लाम धर्म का समापन हो जाएगा.
देवकी नंदन ठाकुर ने भी महाराष्ट्र में ओवैसी भाइयों के बारे में बोलते हुए कहा कि असदुद्दीन ओवैसी कहता है कि अपने भाई को रोक रखा है. अरे रोका तक हमने अपने भाइयों को है.
धर्म संसद की समाप्ति से पहले देवकी नंदन ठाकुर ने ये भी कहा कि या तो वक्फ बोर्ड मिटा कर रहेंगे नहीं तो सनातन बोर्ड बना कर रहेंगे.