Phulpur Bypoll Election Jaya Paul Claim CM Yogi Take Action in Umesh Paul Murder Case ANN | उमेश पाल की पत्नी जया बोलीं
Phulpur By Election 2024: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी के पक्ष में प्रचार प्रसार करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार जनसभाएं कर रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार (16 नवंबर) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज की फूलपुर सीट पर प्रचार करने पहुंचें.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा में उमेश पाल की पत्नी जया पाल पहुंची. उमेश पाल की बीते साल दो गनर के साथ दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी. सीएम योगी की जनसभा में जया पाल ने मंच से भाषण दिया. अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जया पाल का जिक्र किया.
‘सीएम ने की बड़ी कार्रवाई’
कार्यक्रम खत्म होने के बाद जया पाल ने एबीपी लाइव से खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान जया पाल ने कहा कि वह फूलपुर के चुनाव में गांव-गांव जाकर बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रही हैं. उन्होंने बताया कि वह आम लोगों को बताती हैं कि दूसरी पार्टियां गुंडे माफियाओं को बढ़ावा देती हैं, जिसकी वजह से उनके परिवार के साथ हुई अपराध जैसी घटनाएं होती हैं.
मृतक उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने दावा किया योगी सरकार में सभी लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. जया पाल ने कहा, “उनके मामले (उमेश पाल हत्याकांड) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है. अपराधियों को अंजाम तक पहुंचाया है और उन्हें इंसाफ दिलाया है, इसलिए लोगों को बीजेपी को वोट देकर उसे जिताना चाहिए.”
जया पाल ने की भावुक अपील
इससे पहले सीएम योगी के सामने मंच से संबोधित करते हुए जया पाल ने कहा, “मैं आप सबके बीच अपनी बात रखने आई हूं. बीते साल मेरे पति की हत्या कर दी गई थी.” उन्होंने लोगों से भावुक अपील करते हुए कहा, “क्या आप चाहते हैं कि आपका का भी कुछ ऐसा हश्र हो जिस तरह मेरे साथ हुआ. जहां एक पति से उसका, बच्चों से पिता का साया और मां से उसका बेटा छीन लिया जाए.”
जया पाल ने कहा है कि उनके पति की हत्या से उनके बच्चे अनाथ हो गए हैं. उन्होंने कहा, “क्या आप चाहते हैं कि आपके परिवार पर भी ऐसा ही दुख आए? मुझे बीजेपी सरकार में न्याय मिला है. इसलिए सुरक्षित माहौल के लिए बीजेपी को वोट दें.”
बता दें, प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में 24 फरवरी को एडवोकेट उमेश पाल की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. उमेश पाल पर बम और गोलियों से हमला किया गया था, जिसमें उनकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई. यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया क्योंकि उमेश पाल 2005 के विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह थे.
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