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Congress wrote a letter to elections commission says Modi and Shah gave false and divisive speeches in Maharashtra and Jharkhand | ‘महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव को लेकर फिर EC पहुंची कांग्रेस, पीएम मोदी


कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है और भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ उनके निर्लज्ज चुनावी उल्लंघनों की जांच करने के लिए कहा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि लेटर में कहा गया है कि पीएम मोदी और गृह मंत्री ने महाराष्ट्र और झारखंड में विभाजनकारी, झूठे और दुर्भावनापूर्ण भाषण दिए हैं.

चिट्ठी में लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस प्रमुख नेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों, जैसे स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू, स्वर्गीय इंदिरा गांधी और स्वर्गीय राजीव गांधी के खिलाफ आरोप लगाए. मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों और जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के विरोधी हैं.

‘पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर भी लगाए आरोप’

चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में लिखा गया है कि नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व राहुल गांधी के खिलाफ आरोप लगाए और दावा किया कि कांग्रेस एसटी, एससी और ओबीसी समुदायों के हितों के खिलाफ है. झारखंड में भाजपा के अभियान में जो एक आम कहानी बन गई है, उसमें अमित शाह ने INC पर ST, SC और OBC समुदायों के सदस्यों से आरक्षण छीनने और उन्हें एक विशेष धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को देने की योजना बनाने का भी आरोप लगाया है.

‘अमित शाह ने अपने भाषण में किए झूठे वादे’

अमित शाह की ओर से दिए गए बयान केवल धर्म और जाति के आधार पर मतदाताओं को भड़काने के इरादे से दिए गए हैं. वोटों को एकजुट करने और सांप्रदायिक असुरक्षा को बढ़ावा देकर उन्हें भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए प्रेरित करने के लिए. शाह ने अपने अभियान भाषण के माध्यम से, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रतिष्ठा को खराब करने, धर्म और जाति के आधार पर दुश्मनी भड़काने और आम जनता को गुमराह करने के लिए झूठे दावे किए हैं.

BJP के वीडियो पर भी उठाए सवाल

कांग्रेस की शिकायत के अनुसार, झारखंड में भाजपा के फेसबुक हैंडल ने एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के नेताओं जैसे दिखने वाले कलाकार थे. उक्त वीडियो में भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं पर झूठे और अवैध आरोप लगाए गए थे और कांग्रेस पर “आदिवासी विरोधी” का ठप्पा लगाया गया था. 

अमित शाह का भाषण विभाजनकारी चुनावी अभियान का हिस्सा’  

कांग्रेस के लेटर में कहा गया कि वास्तव में हमारा मानना ​​है कि शाह का भाषण और उनके बयान भी झारखंड चुनाव के लिए इस विभाजनकारी और दुर्भावनापूर्ण चुनावी अभियान का हिस्सा हैं. कांग्रेस उस बात पर कड़ी आपत्ति उठाती है, जिसे भाजपा ने अपने पूरे अभियान में दोहराया है. 

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