India China Relations One Round of patrolling on LAC Complete After Border Agreement
India China Border: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ डेमचोक और देपसांग इलाके में भारत और चीन के बीच एग्रीमेंट के बाद संयुक्त गश्त का पहला दौर पूरा कर लिया है. समझौते के मुताबिक, सप्ताह में एक बार समन्वित गश्त करने पर सहमति व्यक्त की गई और इन इलाकों में सैन्य वापसी हो चुकी है.
हालिया एग्रीमेंट के अनुसार, हर एक पक्ष दोनों इलाकों में एक सप्ताह एक गश्त करेगा. भारतीय और चीनी सैनिक प्रत्येक क्षेत्र में साप्ताहिक गश्त करेंगे, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के प्रयासों और विश्वास-निर्माण उपायों का समर्थन करने की उम्मीद है.
LAC को लेकर दोनो देशों के बीच चलती रहेगी बातचीत
राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर कई दौर की बातचीत के बाद सैनिकों की वापसी और समन्वित गश्त के लिए सहमति बनी. दोनों पक्ष स्थिति की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए नियमित अंतराल पर जमीनी स्तर पर चर्चा करते रहेंगे.
2020 से शुरू हुआ था गतिरोध
दोनों पक्षों की ओर से सहमति के मुताबिक पीछे हटने की प्रक्रिया की पुष्टि करने के लिए सत्यापन गश्ती की गई है, जो इलाके में तनाव कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है. यह प्रगति पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चार साल के गतिरोध के बाद हुई है, जिसकी शुरुआत जून 2020 में गलवान घाटी में हिंसक झड़प से हुई थी, जिसके कारण सैन्य तनाव बढ़ गया था.
भारत और चीन ने की थी समझौते की घोषणा
भारत ने 21 अक्टूबर को घोषणा की कि उसने एलएसी पर गश्त करने को लेकर चीन के साथ समझौता कर लिया है, जिससे चार साल से अधिक समय से चल रहे सैन्य गतिरोध को समाप्त करने में सफलता मिली है, जो जून 2020 में गलवान में दोनों देशों के सैनिकों के बीच घातक झड़पों के बाद शुरू हुआ था.
ये भी पढ़ें: Exclusive: ‘LAC पर विवाद सुलझा’, केंद्रीय मंत्री का दावा- अब बात आगे बढ़ेगी तो…