wanted to become militant after harassment by army officer jammu and kashmir mla Kaiser Jamshed Lone narrates ordeal in assembly
Jammu and Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक कैसर जमशेद लोन ने शुक्रवार (8 नवंबर) को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक भावुक बयान देते हुए बताया कि किशोरावस्था में एक सैन्य अधिकारी की ओर से अपमानित किए जाने के बाद उनके मन में उग्रवादी बनने का विचार आया था. लोन ने कहा कि उस वक्त उनकी व्यवस्था में आस्था टूट चुकी थी, लेकिन एक सीनियर अधिकारी के कदमों ने व्यवस्था में उनका विश्वास बहाल कर दिया.
विधानसभा में उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान लोन ने कहा कि इस घटना के बाद एक सीनियर सैन्य अधिकारी ने उनसे व्यक्तिगत बातचीत की और उस दौरान उनके साथ हुए दुर्व्यवहार को गंभीरता से लिया. उन्होंने कनिष्ठ अधिकारी को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाई, जिससे लोन को विश्वास हुआ कि यहां सभी अधिकारी एक जैसे नहीं होते और समस्याओं का समाधान बातचीत से संभव है.
एक सीनियर आधिकरी ने पूछा “जीवन में क्या बनना चाहते हो”
लोलाब क्षेत्र के विधायक लोन ने बताया कि एक वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर आए और उनसे बात की. एनसी के नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे पूछा ‘तुम जीवन में क्या बनना चाहते हो?’ मैंने उनसे कहा कि मैं एक उग्रवादी बनना चाहता हूं. उन्होंने मुझसे इसका कारण पूछा और मैंने उन्हें अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया.
32 युवा में से 27 ने चुना उग्रवादी बनने का रास्ता
लोन ने आगे बताया कि उस समय उनके साथ पूछताछ के लिए 32 अन्य युवाओं को भी बुलाया गया था, जिनमें से 27 ने बाद में उग्रवाद का रास्ता अपना लिया. यह घटनाक्रम जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों और स्थानीय युवाओं के बीच बढ़ती दूरी और उसके प्रभाव को रेखांकित करता है जहां किसी अधिकारी का संवेदनशील रवैया भी बदलाव का बड़ा कारण बन सकता है. साथ ही उन्होंने सीनियर अफसर का धन्यवाद किया और कहा अगर उस दिन उन्होंने मेरा मार्गदर्शन नहीं किया होता तो शायद आज मैं यहां तक नहीं पहुंच पाता.
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