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Congress Randeep Surjewala Targets CM Nayab Singh Saini Statement Haryana Politics


Randeep Singh Surjewala on Nayab Singh Saini: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला पर जाति विशेष का नाम लेकर निशाना साधा, जिस पर सुरजेवाला ने पलटवार करते हुए इसे दलित समुदाय का अपमान बताया.

उन्होंने कहा, “एक एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री, नायब सैनी, अहंकार में चूर होकर दलित समाज का अपमान कर रहे हैं. जिन्हें PA व PS तक लगाने का अधिकार नहीं, क्योंकि अफ़सर से लेकर मंत्री तक की लिस्ट दिल्ली से आती है, वो बौद्धिक दिवालियेपन का शिकार हो गाली-गलौच कर रहे हैं.”

रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा, “मैंने सीधे सवाल पूछे कि किसान को 8 अक्टूबर से आज तक ₹3,100/क्विंटल धान भाव क्यों नहीं मिल रहा, जो वादा नायब सैनी व बीजेपी ने किया था? दूसरा सवाल किसान, आढ़ती, मंडी मज़दूर, राईसमिल मालिक की दुर्गति क्यों, ₹2,309/क्विंटल धान का भाव क्यों नहीं मिल रहा, 2.5% आढ़त क्यों नहीं मिल रही?”

तीसरा सवाल NHM कर्मचारियों को लेकर था, जो निर्णय अगले दिन ही वापस लेना पड़ा.

‘मुख्यमंत्री ने दलित समाज का अपमान किया’
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास इन बातों का जवाब नहीं तो वे उल-जलूल भाषा बोलकर दलित समाज का अपमान कर रहे हैं और अहंकारी टिप्पणी मुझपर भी कर रहे हैं. मुझे हरियाणा के दलित समाज पर फ्रक है गरीब हैं यहीं उनका कसूर हो सकता है, लेकिन दलित समाज के बगैर हरियाणा के संस्कार और संस्कृति नहीं चल सकती. दलित समाज का अपमान कर नायब सिंह सैनी क्या साबित कर रहे हैं. उन्होंने कहा जब तक गरीब, मंडी मजदूर, आढ़ती, मिल मालिक, राइस मिलर उनके साथ अन्याय होता रहेगा तब तक मैं आवाज उठाता रहूंगा और मुख्यमंत्री अगर हरियाणा के लोगों की आवाज उठाने को किसी दलित जाति का काम मानते है तो मैं इसे फ्रक मानता हूं. इसे अपने लिए इज्जत मानता हूं. 

‘CM सैनी अहंकार की भाषा में बात करते हैं’
सुरजेवाला ने कहा सीएम सैनी पर पलटवार करते हुए आगे कहा कि अहंकार की कुर्सी से वापस आईए आपको तो चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगाने का अधिकार भी नहीं. एक दिन लगाते है दूसरे दिन उतारते हैं और फिर भी अहंकार की भाषा में बात करते हैं. नायब सिंह सैनी आपने चुनाव जीता है लेकिन लोगों के प्रति जवाबदेही खत्म नहीं हुई. हम जवाब मांगते रहेंगे.  

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