LAC पर भारत-चीन के एग्रीमेंट के बाद डिसएंगेजमेंट शुरू, जानें कब से शुरू होगी पेट्रोलिंग
India-China Border: भारतीय और चीनी सैनिकों ने बुधवार (23 अक्टूबर) को पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में छोटे-छोटे ग्रुप में वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी. हाल ही में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) गश्त समझौते के तहत तय कार्यक्रम के मुताबिक इन इलाकों में लगाए गए अवरोधों को भी हटाना शुरू कर दिया गया है.
सेना के सूत्रों से पता चला है कि देपसांग और डेमचोक में पेट्रोलिंग दिवाली से शुरू हो जाएगी. 28-29 तारीख तक दोनों जगहों में डिसइंगेजमेंट पूरा हो जाएगा. अब तक 50 प्रतिशत डिसइंगेजमेंट पूरा हो चुका है, सैनिक पीछे हटे हैं. स्थानीय कमांडरों की ओर से की जा रही वर्तमान वापसी प्रक्रिया, सीनियर लेवल पर तय की गई व्यापक शर्तों के मुताबिक की जा रही है.
भारत और चीन के सैनिक पीछे हटे
गश्त के बारे में नियमित संचार और जानकारी भी साझा की जाएगी. शुरुआत में सेनाएं डेमचोक और देपसांग के विभिन्न क्षेत्रों में 2 किमी से 10 किमी की दूरी तक जाएंगी. देपसांग और डेमचोक से कुछ अस्थायी टेंट भारत और चीन दोनों ने हटा दिए हैं. भारतीय सैनिक चार्डिंग नाला के पश्चिमी किनारे की ओर वापस चले गए हैं, जबकि चीनी सैनिक नाला के पूर्वी किनारे की ओर पीछे हट गए हैं.
पीएम मोदी की शी जिनपिंग से मुलाकात से पहले हुई समझौते की घोषणा
21 अक्टूबर को भारत ने घोषणा की कि उसने LAC पर गश्त करने के लिए चीन के साथ समझौता कर लिया है. इस घोषणा से दोनों देशों के बीच चार साल से चल रहे सैन्य गतिरोध को खत्म करने में एक बड़ी सफलता मिली, जो मई 2020 में गलवान घाटी में सैनिकों के बीच हिंसक टकराव के बाद शुरू हुआ था. अगले दिन चीन ने भी इस समझौते की पुष्टि की. दोनों देशों की तरफ से ये पुष्टि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्रिक्स समिट में जाने से पहले की गई. शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई.