Jharkhand Assembly election 2024 CM Hemant Soren Wife kalpana soren files nomination from gandey Seat
Jharkhand Vidhan Sabha Chunav 2024: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी और जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) गांडेय विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. कल्पना ने आज (24 अक्टूबर) गांडेय से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. कल्पना का मुकाबला यहां बीजेपी की मुनिया देवी से है.
कल्पना सोरेन इसी साल उपचुनाव में गांडेय से निर्वाचित हुई हैं. एकबार फिर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही हैं. नामांकन दाखिल करने के बाद कल्पना ने ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी भी दी है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ”गांडेय विधानसभा के अपने लोगों की सेवा करने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो उम्मीदवार के रूप में मैंने आज नामांकन पत्र दाखिल किया.”
हेमंत सोरेन का साथ मेरी ताकत- कल्पना सोरेन
जेएमएम विधायक कल्पना आगे लिखती हैं, ”गांडेय विधानसभा की जनता का स्नेह, आदरणीय बाबा दिशोम गुरु जी और मां का आशीर्वाद तथा हेमंत का साथ ही मेरा हौसला है, मेरी ताकत है, मेरा विश्वास है. जीतेंगे गांडेय! जीतेगा झारखंड! एक ही नारा, हेमंत दुबारा.”
अब बात कल्पना सोरेन के उपचुनाव के प्रदर्शन की करें तो उन्हें गांडेय सीट पर 109,827 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के दिलीप वर्मा को हराया था. दिलीप वर्मा के समर्थन में 82,678 मतदाताओं ने वोट डाला था. 2019 में जेएमएम के सरफराज अहमद ने जब यह सीट जीती थी, तब उन्हें कल्पना के मुकाबले कम वोट मिले थे. इस बार बीजेपी ने गांडेय में दिलीप वर्मा को टिकट नहीं दिया है.
गांडेय विधानसभा के अपने लोगों की सेवा करने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो उम्मीदवार के रूप में मैंने आज नामांकन पत्र दाखिल किया। गांडेय विधानसभा की जनता का स्नेह, आदरणीय बाबा दिशोम गुरु जी और मां का आशीर्वाद तथा हेमन्त जी का साथ ही मेरा हौसला है, मेरी ताकत है, मेरा… pic.twitter.com/xZmQLffAtn
— Kalpana Murmu Soren (@JMMKalpanaSoren) October 24, 2024
गांडेय से 5 चुनाव और एक उपचुनाव जीत चुकी है जेएमएम
झारखंड के गठन से पहले गांडेय सीट पर 1977 में सबसे पहला चुनाव हुआ. तब यह सीट जनता पार्टी ने जीती थी. अगले चार चुनाव में एक बार कांग्रेस, दो बार जेएमएम और एक बार बीजेपी ने चुनाव जीता. झारखंड के निर्माण के बाद का पहला दो चुनाव जेएमएम के प्रत्याशी ने यहां से जीता. इसके बाद 2009 में कांग्रेस को जीत मिली. 2014 में यह सीट फिर बीजेपी के पास आ गई. 2019 के चुनाव में यह सीट जेएमएम की झोली में चली गई और उपचुनाव में भी जेएमएम ने जीत बरकरार रखी.
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