LAC पर शांति और स्थिरता हमारी प्राथमिकता… चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद बोले PM मोदी
कजान:
रूस के कजान शहर में 16वें BRICS समिट का बुधवार को दूसरा दिन है. प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने क्लोज प्लेनरी यानी बंद कमरे में हुई मीटिंग के बाद ब्रीफिंग दी. इसके बाद ब्रिक्स समिट से इतर PM मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय मसलों को लेकर चर्चा हुई. जिनपिंग से मुलाकात के बाद PM मोदी ने फिर से शांति की बात दोहराई. उन्होंने कहा, “LAC पर शांति-स्थिरता हमारी प्राथमिकता है. मुझे विश्वास है कि हम आगे भी खुले मन से चर्चा करेंगे. हमारी चर्चा कंस्ट्रक्टिव होगी.”
कम्युनिकेशन और को-ऑपरेशन जरूरी- जिनपिंग
वहीं, शी जिनपिंग ने कहा, “दोनों पक्षों के लिए ज्यादा कम्युनिकेशन और सहयोग करना, हमारे मतभेदों और असहमतियों को उचित रूप से संभालना और एक-दूसरे की विकास आकांक्षाओं को पूरा करने में सुविधा प्रदान करना महत्वपूर्ण है. दोनों पक्षों के लिए हमारी अंतरराष्ट्रीय ज़िम्मेदारी निभाना, विकासशील देशों की ताकत और एकता को बढ़ावा देने के लिए एक उदाहरण स्थापित करना जरूरी है. हम अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बहु-ध्रुवीकरण और लोकतंत्र को बढ़ावा देने में योगदान देना चाहते हैं.”
#WATCH | During the bilateral meeting with Chinese President Xi Jinping in Kazan, Russia, Prime Minister Narendra Modi says “I am sure that we will talk with an open mind and our discussion will be constructive.”
(Source: DD News/ANI) pic.twitter.com/Qh1kZo84Q9
— ANI (@ANI) October 23, 2024
गलवान झड़प के बाद पहली बार हुई द्विपक्षीय मुलाकात
इससे पहले मोदी और जिनपिंग के बीच आखिरी बार 2019 में द्विपक्षीय मुलाकात हुई थी. फिर 2020 में गलवान झड़प के बाद दोनों देशों के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए. हालांकि, मोदी और जिनपिंग के बीच आखिरी बार 2022 में इंडोनेशिया के बाली में G20 समिट के दौरान मुलाकात हुई थी. पिछले साल साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुई BRICS समिट में दोनों नेता मिले थे. लेकिन दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी.
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नई दिल्ली में हुए G-20 समिट में नहीं आए थे जिनपिंग
भारत ने जब 2023 में G-20 की मेजबानी की, तब जिनपिंग इसमें शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने अपने प्रतिनिधि को नई दिल्ली भेजा था.अब 5 साल बाद कजान में PM मोदी और जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई.
PM Narendra Modi tweets, “Met President Xi Jinping on the sidelines of the Kazan BRICS Summit. India-China relations are important for the people of our countries and for regional and global peace and stability. Mutual trust, mutual respect and mutual sensitivity will guide… pic.twitter.com/9U8CJbgHaq
— ANI (@ANI) October 23, 2024
मोदी ने शेयर की जिनपिंग के साथ तस्वीरें
PM मोदी ने X प्लेटफॉर्म पर शी जिनपिंग से मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की हैं. मोदी ने लिखा, “कजान में चल रहे ब्रिक्स समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात हुई. हमारे लिए भारत और चीन के बीच अच्छे संबंध अहम हैं. रीजनल और ग्लोबल लेवल पर शांति-स्थिरता के लिए भी ये महत्व रखता है. आपसी भरोसा, आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता हमारे द्विपक्षीय संबंधों को रास्ता दिखाते रहेंगे.”
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
मोदी-जिनपिंग की बातचीत के बाद भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री ने मीडिया ब्रीफिंग दी. मिस्री ने बताया कि दोनों नेताओं की 5 साल बाद बातचीत हुई है. दोनों नेताओं ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पेट्रोलिंग समझौते का स्वागत किया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “भारत और चीन के बीच मुद्दों को सुलझाने के लिए स्पेशल रिप्रिजेंटेटिव नियुक्त किए गए है. भारत की तरफ से NSA अजीत डोभाल और चीन की तरफ से विदेश मंत्री वांग यी इन मामलों को सुलझाएंगे. ये दोनों जल्द ही औपचारिक बैठक करेंगे.
#WATCH | Kazan, Russia: On PM Modi’s bilateral meeting with Chinese President Xi Jinping, Foreign Secretary Vikram Misri says, “PM Modi met with President Xi Jinping on the sidelines of the 16th BRICS Summit. This was their first proper bilateral meeting at delegation level in… pic.twitter.com/xsHRnjFPs2
— ANI (@ANI) October 23, 2024
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विक्रम मिस्री ने सोमवार को बताया था कि भारत-चीन के सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग के साथ 2020 के बाद उठे मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रस्ताव तैयार हुआ है. इस पर दोनों देश कदम उठाएंगे.
भारत-चीन के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर हुआ समझौता
मोदी और जिनपिंग की मुलाकात LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर समझौते पर बनी सहमति के 72 घंटे से भी कम समय के अंदर हुई. भारत और चीन ने सोमवार को LAC पर तनाव को कम करने के लिए एक अहम समझौते पर सहमति जताई है. इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के 2 पॉइंट डेपसांग और डेमचॉक से पीछे हटेंगे. दोनों पॉइंट पर अप्रैल 2020 जैसी स्थिति बहाल होगी. भारतीय जवान इन दो पॉइंट पर पेट्रोलिंग कर सकेंगे. अभी विवाद के कारण भारतीय सेना यहां पेट्रोलिंग नहीं कर पाती है.
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LAC पर तनाव कम करने के लिए कितने दौर की हुई बातचीत?
LAC पर तनाव कम करने के लिए कोर कमांडर लेवल की 21 दौर की बातचीत हुई. 2020 में 8, 2021 में 5, 2022 में 4, 2023 में 3 और 2024 में फरवरी में वार्ता हुई थी. विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच कई स्तर पर बातचीत हुई. फिर जुलाई और अगस्त में इस साल दो बार दोनों नेता मिले. सितंबर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और वांग की भी मुलाकात हुई. अब इन बैठकों का सकारात्मक नतीजा सबके सामने है.
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