Dengue increases concern in Manipur, four people died 1360 positive cases found
Dengue in Manipur: मणिपुर में पिछले कुछ दिनों में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी गई है. मणिपुर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस साल डेंगू से पीड़ित चार मरीजों की मौत हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 1,360 हो गई है.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रभावित जिलों में डेंगू से निपटने के लिए रोकथाम और नियंत्रण उपायों को तेज कर दिया है.अधिकारियों के अनुसार, इस साल अब तक डेंगू के 1,360 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिनमें से चार लोगों की मौत हुई है. इस साल डेंगू से हुई चार मौतों में से तीन इंफाल पश्चिम जिले में और एक बिष्णुपुर जिले में हुई है.
ये जिलें हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
मणिपुर के 16 जिलों में से डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर और थौबल शामिल हैं.इस साल इंफाल पश्चिम जिले में सबसे अधिक 938 डेंगू पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि इंफाल पूर्व जिले में 285 मामले मिले हैं. इसके अलावा थौबल और काकचिंग जिले में 43-43 डेंगू के पॉजिटिव केस सामने आए हैं.
वहीं, बिष्णुपुर में 23 मामले मिले हैं.अधिकारियों ने बताया कि मणिपुर के पहाड़ी जिलों टेंग्नौपाल, चुराचांदपुर, जिरीबाम और फेरजावल में इस साल अब तक डेंगू पॉजिटिव का एक भी केस नहीं मिला है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य विभाग अन्य संबंधित विभागों और स्थानीय संगठनों के साथ मिलकर बीमारी की रोकथाम के लिए फॉगिंग और जन जागरूकता अभियान चला रहा है.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने कही ये बात
मणिपुर के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन सिंह ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल डेंगू के मामलों की संख्या में कमी आई है. मंत्री ने इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम में डेंगू के बढ़ते मामलों की संख्या को लेकर चिंता जाहिर की है.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने अन्य विभागों के साथ मिलकर डेंगू से लोगों को बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं. संबंधित विभाग रोग के स्रोतों की पहचान कर रहे हैं. साथ ही वायरस को बेअसर करने के लिए पॉजिटिव क्षेत्रों में फॉगिंग कर रहे हैं.
बता दें कि मणिपुर में साल 2023 में कुल 2,548 और 2022 में 503 डेंगू के मामले सामने आए थे. हालांकि, पिछले साल डेंगू से कोई मौत नहीं हुई थी, लेकिन 2022 में इस बीमारी से चार लोगों की मौत हुई है.
(इनपुट आईएएनएस के साथ)