Ajit Pawar Reaction on Baba Siddique Murder Case Requests to not Politicize matter | बाबा सिद्दीकी की हत्या से टूट गए अजित पवार, बोले
Baba Siddique Shot Dead: महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े चेहरे और अजित पवार के पुराने दोस्त बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात निर्मम हत्या कर दी गई. बांद्रा इलाके में बाबा सिद्दीकी पर गोलियों की बौछार करते हुए उनकी जान ले ली गई. इस मामले में पुलिस ने दो शूटर्स को पकड़ लिया है और तीसरे की भी पहचान हो गई है. पुलिस अपना काम कर रही है, लेकिन राजनीतिक जगत में बाबा सिद्दीकी की मौत से जो क्षति हुई है, उसे भर पाना मुश्किल है. एनसीपी चीफ अजित पवार भी अपने दोस्त की मौत की खबर से टूट गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा पोस्ट कर बाबा सिद्दीकी को याद किया है.
अजित पवार ने लिखा, “बाबा सिद्दीकी की हत्या से NCP के लिए बहुत बड़ी क्षति है. हमने एक ऐसा नेता को खोया है, जिसे लाखों लोग बहुत प्यार करते थे. व्यक्तिगत रूप से मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है, जिसे मैं वर्षों से जानता था. हम दुखी हैं और इस घटना की क्रूरता को समझने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यह सिर्फ एक राजनीतिक क्षति नहीं है. यह एक गहरी व्यक्तिगत त्रासदी है, जिसने हम सभी को झकझोर कर रख दिया है. मैं सभी से दृढ़तापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे इस भयावह घटना का राजनीतिकरण न करें.”
The NCP has been devastated by the tragic loss of Shri Baba Siddique, a leader deeply loved by many, and personally, I have lost a dear friend whom I have known for years. We are heartbroken, struggling to grasp the cruelty of this incident. This is not just a political loss—it’s…
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) October 13, 2024
‘बाबा सिद्दीकी के परिवार के अपार दुख का सम्मान करें’- अजित पवार
अजित पवार ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, “यह आपस में बंटने या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों के दर्द का फायदा उठाने का समय नहीं है. फिलहाल, हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर होना चाहिए कि न्याय मिले. हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक जिम्मेदार लोगों को सजा नहीं मिल जाती. लेकिन इस क्षण में, मैं अनुरोध करता हूं कि हम बाबा सिद्दीकी के परिवार के अपार दुःख का सम्मान करें, जिन्होंने सबसे बड़ी क्षति झेली है. आइए हम अवसरवादी आवाज़ों को इसे राजनीतिक तमाशा बनाने से रोकें और इस त्रासदी में एक दूसरे के प्रति सम्मान और करुणा दिखाएं. यह शोक मनाने और उस नेता को याद करने का समय है, जिसे बहुत से लोग बहुत प्यार करते थे.”
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