गाजियाबाद : आपत्तिजनक बयान मामले में हिरासत में लिए गए यति नरसिंहानंद
दिल्ली:
ग़ाज़ियाबाद के डासना शिवशक्ति धाम के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद (Yeti Narasimhanand Controversial Statement) एक बार फिर से चर्चा में हैं. आपत्तिजनक बयान देने की वजह से उनको हिरासत में लिया गया है. उनके खिलाफ आपत्तिजनक बयान मामले में यूपी समेत देश के कई राज्यो में FIR दर्ज करवाई गई थी. प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार रात मंदिर को भी घेर लिया था. आज कैला भट्टा क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने आ गए हैं. फिलहाल हालात कंट्रोल में.
अमरावती में फूटा भीड़ का गुस्सा
महाराष्ट्र के अमरावती शहर में डासना मंदिर के महंत के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर भीड़ ने पथराव किया था. जिसमें 21 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. पुलिस के मुताबिक, कुछ लोगों ने महंत की टिप्पणी का वीडियो जारी कर दिया था, जिसके बाद लोगों का एक बड़ा समूह नागपुरी गेट पुलिस थाने में आ गया. जब पुलिस अधिकारी भीड़ को समझाने की कोशिश कर रहे थे तभी भीड़ ने अचानक पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया.
पीएम मोदी से महंत पर सख्त एक्शन की मांग
डासना मंदिर के महंत पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है. उनके बयान से मुस्लिम समाज खफा है. अंजुमन सैयद जादगान ने पीएम मोदी से मामले में सख्त एक्शन की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि वह अगले शुक्रवार को रना प्रदर्शन करेंगे और विशाल रैली निकालेंगे.
महंत पर नफरत फैलाने का आरोप
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का आरोप है कि डासना मंदिर के महंत ने समाज को बाटने और नफरत फैलाने की संगठित कोशिश की है. उन्होंने ऐलान किया है कि वह उनके खिलाफ देशभर में FIR दर्ज करवाएंगे और राष्ट्रीय अभियान चलाएंगे.
यति नरसिंहानंद ने की रावण-मेघनाद की तारीफ
डासना मंदिर के पुजारी ने रावण की तारीफ करते हुए लोगों से अपील की कि मेघनाद, कुंभकर्ण और रावण का पुतला न जलाया जाए. उन्होंने कहा कि ‘हम हर साल जलाते हैं मेघनाद को, उसके जैसा चरित्रवान कोई इस धरती पर पैदा नहीं हुआ. उसके जैसा वैज्ञानिक योद्धा पैदा नहीं हुआ.’ उन्होंने कहा कि रावण ने एक छोटी सी गलती की और हम उसे लाखों साल से जलाते आ रहे हैं.