‘Make in India’ के 10 साल: कितना बदला भारत और आगे का क्या है प्लान?
PM Modi Dream Project Make in India: मेक इन इंडिया के कारण भारत ने हर क्षेत्र में विकास किया है.
PM Modi Dream Project Make in India: बुधवार को ‘मेक इन इंडिया’ पहल के दस साल पूरे हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में लालकिला पर दिए अपने पहले Independence Day भाषण में इसका ऐलान किया था. ‘मेक इन इंडिया’ पहल 25 सितम्बर 2014 को लांच की गई थी. वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले दस वर्षों में कई अहम सेक्टरों में भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की पहल आगे बढ़ी है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में देशी और विदेशी निवेश बढ़ा है और Production Linked Incentive (PLI) Scheme के तहत 8.5 लाख रोज़गार के नए अवसर पैदा हुए हैं.
भविष्य की तस्वीर
“Come, Make in India…”पिछले रविवार को न्यूयॉर्क में प्रमुख ग्लोबल टेक सीईओ के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘Make in India’ के तहत भारत के भविष्य में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया. प्रधानमंत्री का फोकस AI एप्लीकेशन, डेटा सेंटर, बिजली और ऊर्जा जैसे सेक्टरों में वैश्विक टेक कंपनियों को भारत में सह-विकास, सह-डिज़ाइन और सह-उत्पादन करने के लिए उत्साहित करने पर था. वाणिज्य मंत्रालय में Department for Promotion of Indian Industry and Trade (DPIIT) ने Make in India से जुड़े अहम तथ्य जारी किए हैं. ज़ाहिर है, अब चुनौती मेक इन इंडिया पहल को और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने की होगी.
A salute to every innovator and wealth creator who has powered the spirit of @makeinindia. This initiative has furthered growth and given wings for our Yuva Shakti to dream big! Penned a few thoughts on @LinkedIn. https://t.co/JTXZL5cPxp #10YearsOfMakeInIndia
— Narendra Modi (@narendramodi) September 25, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “मेक इन इंडिया’ हमारे देश को manufacturing और innovation का पावरहाउस बनाने के लिए 140 करोड़ भारतीयों के सामूहिक संकल्प को दर्शाता है. यह उल्लेखनीय है कि विभिन्न क्षेत्रों में निर्यात बढ़ा है, नयी क्षमताओं का निर्माण हुआ है और अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है. भारत सरकार ‘मेक इन इंडिया’ योजना को आगे बढ़ाने के लिए कटिबद्ध है”.
‘Make in India’ के 10 साल:
- पिछले दस साल में भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग हब बन गया है.
- प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव स्कीम के तहत अलग-अलग सेक्टर में 1,46,000 करोड़ का निवेश आया है.
- पिछले 10 साल में हर घंटे भारत में एक स्टार्टअप सेटअप हुआ. इसकी वजह से 15 लाख रोजगार के अवसर पैदा हुए.
- जून 2024 तक प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत 10.90 लाख करोड़ का प्रोडक्शन/सेल हुआ.
- सबसे ज्यादा 30,370 करोड़ का निवेश PV Solar Modules, जबकि Pharmaceutical Drugs सेक्टर में 29,482 करोड़ का निवेश आया.
- इस दौरान प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत करीब 8.5 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा हुए.
- 2004-2014 के मुकाबले 2014-2024 के दौरान FDI Equity Inflow 69% बढ़कर 165 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
- भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया.
- डिफेंस प्रोडक्शन 2023-24 में बढ़कर 127000 करोड़ हो गया.
- भारत दुनिया में 50% वैक्सीन का सप्लायर बन चुका है, जबकि रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में भारत की क्षमता दुनिया में चौथे स्थान पर है.
- अब भारत सरकार की तैयारी ₹76,000 करोड़ की Semiconductor Ecosystem Development जैसी नयी योजनाओं को आगे बढ़ाने की है.