सलवार कमीज में दिख रही ये लड़की है बॉलीवुड का बड़ा नाम, स्कूल की फोटो शेयर कर बोली- पेड़ों के नीचे पढ़ते थे हम…पहचाना क्या?
नई दिल्ली:
हिंदी फिल्मों में काम कर चुकी अभिनेत्री सेलिना जेटली ने अपने स्कूल के दिनों को याद किया. उन्होंने ‘नो एंट्री’, ‘गोलमाल रिटर्न्स’ और अन्य फिल्मों में काम किया है. अभिनेत्री ने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि कुमाऊं में, जहां उनके पिता तैनात थे, शिक्षा की सुविधाओं की कमी के बावजूद अपने सपनों को पूरा किया. अभिनेत्री सेलिना जेटली के पिता भारतीय सेना में अधिकारी थे और उनके तबादले होते रहते थे. गुरुवार को अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम पर अपने स्कूल की एक पुरानी तस्वीर शेयर की, जिसमें वह सलवार कमीज पहने नजर आ रही हैं.
उन्होंने कैप्शन में एक लंबा नोट भी लिखा, इसमें उन्होंने बताया कि एक ऐसे स्कूल में पढ़ना कैसा था, जहां अक्सर कोई शिक्षक नहीं होता था. उन्होंने लिखा, ‘मेरे दिवंगत पिता की वजह से मुझे 13 स्कूलों में पढ़ने का मौका मिला. केंद्रीय विद्यालय और आर्मी पब्लिक स्कूल सबसे लोकप्रिय विकल्प थे. कुमाऊं की पहाड़ियों में कभी-कभी हमारे पास स्कूल तो होता था, लेकिन शिक्षक नहीं होते थे. कभी-कभी हमारे पास शिक्षक होते थे, लेकिन कक्षा टूटी होती थी’.
अभिनेत्री ने 90 के दशक का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय में हम बेहद साधारण जीवन जीते थे और सलवार कमीज वर्दी के तौर पर पहनते थे. उन्होंने कहा, ‘कुछ स्कूलों में कई विषयों के शिक्षक नहीं थे. कभी-कभी हम पेड़ों के नीचे भी पढ़ते थे, हम अपने टिफिन शेयर करते थे, घर लौटते समय जामुन और सेब खाते थे. हालांकि, इस दौरान विपरीत परिस्थिति के बावजूद अपने सपनों को नहीं छोड़ते थे’. अभिनेत्री ने कहा, ‘अजनबी लोग रातों-रात आपके जीवन में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति बन सकते हैं. मैं उन खूबसूरत यादों और सबसे मूल्यवान सबक को कभी नहीं भूल सकती, जो मैंने इनसे और उनके परिवारों के साथ सीखे थे. यह मेरी जीवन यात्रा का एक अभिन्न हिस्सा बन गए’.
अभिनेत्री भले ही इस समय में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री से दूर हैं, लेकिन, सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. इंस्टाग्राम पर उन्हें 5 लाख 87 हजार लोग फॉलो करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सेलिना यूं तो पायलट बनना चाहती थीं, लेकिन किस्मत से वह बॉलीवुड में गईं.