Jaipur Municipal Corporation Heritage meyor bribery charges few days ago wanted to join BJP ann
Jaipur Municipal Corporation Heritage News: राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार ने जयपुर को दो निगमों में बांट दिया था. उसके बाद ये दोनों निगम महिला ओबीसी कोटे में चले गए थे. ग्रेटर में बीजेपी की डॉ सौम्या गुर्जर और हेरिटेज में कांग्रेस की मुनेश गुर्जर मेयर बनी थी. हेरिटेज नगर निगम में गहलोत की सरकार रहते हुए ‘पॉवर पॉलिटिक्स’ शुरू ही गई थी. कांग्रेस के दो विधायक और एक मंत्री उसी समय मुनेश को हटाना चाहते थे.
उस समय बयानबाजी का दौर चला. लेकिन अब मुनेश गुर्जर को पार्षद से ही बर्खास्त किया जाएगा. मसलन, मेयर की कुर्सी हिल चुकी है. अब किसी नए को कुर्सी दी जाएगी. कार्यवाहक या किसी बीजेपी के पार्षद को जिम्मेदारी मिल सकती है. सूत्रों का कहना है कि मुनेश गुर्जर बीजेपी जॉइन करने के लिए तैयार थीं मगर, उनकी एंट्री यहां पर नहीं हो पाई. क्योंकि, उन पर भ्रष्टाचार का मामला चल रहा था.
ओबीसी पार्षद की स्थिति
हेरिटेज में ओबीसी महिला पार्षद की स्थिति ठीक है. कांग्रेस के 9, बीजेपी के 4, अन्य 4 ऐसे में कुल 17 महिला ओबीसी पार्षद हैं. इसी में से किसी को जिम्मेदारी मिल सकती है. हालांकि, सूत्र का कहना है कि बीजेपी की तरफ यह मामला जा सकता है.
क्या है निगम की स्थिति ?
हेरिटेज नगर निगम में कुल 100 पार्षद हैं. बहुमत के लिए 51 की संख्या चाहिए. जिसमें से कांग्रेस के पास 47 और बीजेपी के पास 42 पार्षद हैं. दोनों में से सिर्फ 5 सदस्यों का अंतर है. 11 में से 9 निर्दलीय कांग्रेस के साथ हैं. इन पार्षदों का एक बड़ा दल बीजेपी के संपर्क में है. इतना ही नहीं कांग्रेस के कई पार्षद बीजेपी के साथ आ सकते हैं. इसकी पूरी तैयारी भी की जा चुकी है. चालान पेश होते ही मुनेश निलंबित हो सकती हैं.
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